रियासत आंध्र प्रदेश की तक़सीम की रोशनी में शहर हैदराबाद में पाए जाने वाले कई एक अहम मह्कमाजात रियासती गवर्नर के तहत शामिल रहेंगे और उन मह्कमाजात की तक़सीम का अमल भी रियासती गवर्नर के तहत इन ही के मश्वरह पर किया जाएगा।
रियासती सकरेटरीट में भी मह्कमाजात की तक़सीम और ब्लॉक्स (इमारतों) को भी रियासती गवर्नर्स ही मुख़तस करने के मजाज़ होंगे। बावसूक़ सरकारी ज़राए ने ये बात बताई और कहा कि रियासती सकरेटरीट में पाए जाने वाले ब्लॉक्स (इमारतें) किसी रियासत को कितने मुख़तस किए जाने चाहीए इस सिलसिले में रियासती गवर्नर ही क़तई फ़ैसला करने के क़वी इमकानात पाए जाते हैं।
रियासती चीफ़ सेक्रेटरी और मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात रियासती सकरेटरीट के प्रिंसिपल सेक्रेटरीज़ के अलावा दुसरे तमाम मह्कमाजात (शहर हैदराबाद) के आला ओहदेदार सिर्फ़ अपनी रिपोर्टस तैयार कर रखेंगे और क़तई फ़ैसला को मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला के मश्वरे से रियासती गवर्नर ही करेंगे।
इसी ज़राए के मुताबिक़ बताया जाता हैके रियासती चीफ़ सेक्रेटरी की हिदायत पर रियासत की तक़सीम के अमल को मुकम्मिल करने के लिए क़ायम की जाने वाली कमेटीयों में महिकमा रेवेंयू, इमारात-ओ-शवारा, पुलिस, तालीम, बर्क़ी, फाइनैंस सेहत-ओ-तबाबत, आला तालीम, देही तर कुयात, सरमाया कारी, इनफ़रास्ट्रक्चर (बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी) ख़िदमात पब्लिक सेक्टर, कॉन्ट्रैक्ट मुलाज़िमीन, पर्सोनल वग़ैरा शामिल रहेंगे। और इन तमाम मह्कमाजात पर मबनी कमेटीयों की क़तई रिपोर्टस बादअज़ां एमपावर कमेटी को भेज दी जाएंगी ताकि एमपावर कमेटी एन रिपोर्टस का तफ़सीली जायज़ा लेते हुए तक़सीम से मुताल्लिक़ जारी अमल के सिलसिले में क़तई इक़दामात करसके।