शहला मसऊद क़त्ल केस: जुनून‍ ए‍ इश्क़ में जज़बात का जुर्म

सी बी आई के ओहदेदारों ने कहा है कि आर टी आई जहदकार शहला मसऊद का क़त्ल बज़ाहिर ऐसा मालूम होता है कि जुनूनी इश्क़-ओ-जज़बात में किया गया एक जुर्म है और जहां तक इसमें किसी वसीअ तर साज़िश का शुबा है, इसका पता चलाने के लिए मज़ीद तहकीकात की ज़रूरत होगी।

ओहदेदारों ने कहा है कि आर टी आई जहदकार के क़त्ल के ज़िमन में ताहाल की गई तहकीकात से ज़ाहिर होता है कि ये जुनूनी इश्क़-ओ-जज़बात के तहत किया गया जुर्म है। जहां तक इस क़त्ल में किसी वसीअ तर साज़िश के होने यह ना होने का सवाल है, इसका पता चलाने के लिए मज़ीद तहकीकात की ज़रूरत होगी।

इस वाक़्या में मध्य प्रदेश के बी जे पी रुकन असेंबली ध्रुव नारायण सिंह के रोल के बारे में एक वाज़िह सवाल पर सी बी आई ओहदेदारों ने जवाब दिया कि हमने उन्हें क्लीन चिट नहीं दी है। शहला मसऊद क़त्ल केस में सी बी आई ने बिशमोल दो ख्वातीन और एक दर्ज फ़हरिस्त गुंडा तीन अफ़राद को गिरफ़्तार किया है, जिन में एक इंटेरीयर डीज़ाइनर ज़ाहिदा परवेज़, उसकी अस्सिटेंट सुबह फ़ारूक़ी वार एक दर्ज फ़र्हस्त गुंडा साक़िब अली उर्फ़ डेंजर (ख़तरनाक) शामिल हैं।

एक और मुश्तबा शख़्स इर्फ़ान को उत्तर प्रदेश टास्क फ़ोर्स ने किसी दूसरे केस के तहत कानपूर में गिरफ़्तार किया है। ओहदेदारों ने इल्ज़ाम आइद किया कि ताहाल ये वाज़िह है कि इंटेरीयर डीज़ाइनर ज़ाहिदा परवेज़ ने शहला के क़त्ल के लिए साक़िब डैंजर को कौन्ट्रैक्ट दिया था।

इबतिदाई तहकीकात के मुताबिक़ माजदा परवेज़ दरअसल बी जे पी के रुकन असेंबली से शहला की क़ुरबत पर हसद में मुबतला हो गई थी। सी बी आई की एक टीम मुक़ामी पुलिस की मदद से कोह-ए-फ़ैज़ इलाक़ा से किए गए 9 लाख टेलीफोन काल्स का जायज़ा ले रही है। इस इलाक़ा में 16 अगस्त को शहला मसऊद को इस वक़्त गोली मारकर हलाक कर दिया गया था, जब वो जन लोक पाल के एहतिजाज में शिरकत के लिए रवाना हो रही थीं।

मुख़्तलिफ़ काल्स की तन्क़ीह से पता चला है कि शहला मसऊद को दिन के 11:19:30 पर गोली मार दी गई और इसकी तौसीक़ के लिए 11:26 बजे ज़ाहिदा परवेज़ को काल किया गया था। साक़िब डेंजर ने ज़ाहिदा की उमा पर किराया के क़ातिलों को कानपूर से तलब किया था, जिसके लिए पाँच लाख रुपय की मुआमलत तय की गई थी जिसके मिनजुमला तीन लाख रुपय हमला आवरों को दीए गए थे। अगरचे मुबय्यना निशाना बाज़ इर्फ़ान ने इस सारे वाक़्या का इन्किशाफ़ किया है।

सी बी आई हनूज़ इस वाक़्या की मुख़्तलिफ़ कड़ियों को मरबूत करने की कोशिशों में मसरूफ़ है।