शहला मसऊद क़त्ल मुआमला पर हनूज़ इसरार के पर्दे

गुज़श्ता साल आर टी आई कारकुन शहला मसऊद के क़त्ल पर हनूज़ इसरार के पर्दे पड़े हुए हैं हालाँकि तहक़ीक़ात के दौरान तीन अफ़राद बिशमोल एक ख़ातून इनटीरीयर डीज़ाइनर की गिरफ़्तारी अमल में आई है। जिसका नाम ज़ाहिदा परवेज़ बताया गया है। दूसरे कलीदी मुल्ज़िम का नाम शकीब अली डैंजर बताया गया है। यू पी पुलिस ने तीसरे फ़र्द को कानपूर से गिरफ़्तार किया है।

यहां अब ये क़ियास आराईयां भी हो रही हैं कि शहला मसऊद का क़त्ल ज़ाहिदा परवेज़ के शौहर से मुबय्यना नाजायज़ ताल्लुक़ात की बुनियाद पर हुआ था या फिर मध्य प्रदेश टूरिज्म कॉपोरेशन से हासिल होने वाले कौन्ट्रैक्टस की रक़ाबत का नतीजा थी क्यों कि ये भी कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश टूरिज्म कारपोरेशन के सदर नशीन ध्रुव नारायण सिंह से शहला मसऊद के क़रीबी ताल्लुक़ात थे।

ज़राए ने बताया कि शहला ने ही ज़ाहिदा को MPTDC से मुतआरिफ़ करवाया था लेकिन जब उसकी क़ुरबत ज़्यादा बढ़ गई और उसे कौन्ट्रैक़्टस मिलने शुरू हो गए तो आर टी आई कारकुन शहला मसऊद ने ज़ाहिदा परवेज़ की राह में रोड़े अटकाने शुरू कर दिए। शहला मसऊद ने मुख़्तलिफ़ प्राजेक्टस को रोकने के लिए आर टी आई के तहत कई दरख़ास्तों का इदख़ाल किया था।

इस मामला में ध्रुव नारायण से राबिता क़ायम करने की तमाम कोशिशें रायगां गईं क्योंकि वो दस्तयाब नहीं हो सके। हालाँकि सी बी आई ने मिस्टर नारायण से इस मामला में पूछगिछ ज़रूर की है लेकिन हालात के नया रुख इख्तेयार करने के बाद उन्हें दुबारा पूछगिछ के लिए तलब किया जाएगा या नहीं इसकी वज़ाहत नहीं हो सकी।