शहला मसऊद क़त्ल मुल्ज़िमीन सी बी आई अदालत में

दो मुल्ज़िमीन जिनमें से एक भोपाल की आरकीटेक्ट है, आज मुबय्यना तौर पर हक़ इत्तेलाआत कारकुन शहला मसऊद (shehla masood )के क़त्ल के लिए क़ातिलों की ख़िदमात हासिल करने के इल्ज़ाम में आज सी बी आई की अदालत में पेश किए गए।

सी बी आई ने कल इंटीरीयर डीज़ाइनर ज़ाहिदा परवेज़ को भोपाल से गिरफ़्तार किया था जबकि उसकी शनाख़्त किराए के क़ातिलों की ख़िदमात हासिल करने वाली शख़्सियत के लिहाज़ से की गई थी। मुबय्यना तौर पर इसने इस जुर्म के इर्तेकाब के लिए किराए के क़ातिलों की ख़िदमात हासिल की थीं।

दोनों मुल्ज़िमीन ख़ुसूसी सी बी आई अदालत के जज शबरा सिंह के इजलास पर पेश किए जाएंगे। ज़राए ने कहा कि दोनों मुल्ज़िमीन को सी बी आई ओहदेदारों ने आज सुबह इंदौर मुंतक़िल कर दिया। ज़ाहिदा ने शहला मसऊद के क़त्ल का हुक्म दिया था क्योंकि वो उस की सरगर्मीयों के और इसके शौहर से इसके ताल्लुक़ात के बारे में मशकूक थी।

मुबय्यना तौर पर ज़ाहिदा ने सी बी आई को ब्यान देते हुए कहा कि क़त्ल का इर्तेकाब किराया के क़ातिलों ने किया था, जिनकी ख़िदमात इसने हासिल की थी। गुज़श्ता साल 6 सितंबर को सी बी आई ने तहक़ीक़ात की ज़िम्मेदारी कुबूल की थी क्योंकि कोई गवाह आगे नहीं आ रहा था ताकि मालूमात में पुलिस को शरीक कर सके क्योंकि शहला मसऊद को एक पाश इलाक़ा में दिन दहाड़े गोली मार कर हलाक किया गया था।

शहला मसऊद को इसकी क़ियामगाह कोह फ़ज़ाए के सामने गोली मार कर हलाक किया गया था जबकि वो जन लोक पाल बिल की ताईद में एहितजाजी मुज़ाहिरों में शिरकत के लिए जा रही थी। शहला मसऊद हक़ इत्तेलाआत कारकुन थी जो कई शोबों में बिशमोल माहौलियात के तहफ़्फ़ुज़, तहफ़्फ़ुज़ जंगलात की ज़िंदगी और इंसेदाद करप्शन तहरीक में काम कर चुकी थी।

कानपूर से मौसूला इत्तेला के बमूजब मुबय्यना किराया के क़ातिलों ने जिन्हें शहला मसऊद के क़त्ल के सिलसिला में कानपूर से गिरफ़्तार किया गया है, अपने एतराफ़ी ब्यान में कहा कि इसने अपने दीगर दो साथीयों के साथ 3 लाख रुपय मुआवज़ा हासिल किया था, जिसके इव्ज़ गुज़श्ता साल शहला मसऊद का क़त्ल किया गया।

पुलिस ने दावा किया है कि इर्फ़ान को यूपी स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने इसकी क़ियामगाह मुहल्ला तलाक़ महल से गिरफ़्तार किया था। उसे आज 14 दिन के लिए एक मेट्रो पोलिटीन मजिस्ट्रेट ने अदालती तहवील में दे दिया। तफ़तीश के दौरान इर्फ़ान ने कहा कि जिसने
शानू उलंगवा के हमराह जो एक निशाना बाज़ था गुज़श्ता साल नवंबर में शहला मसऊद को गोली मार कर हलाक कर दिया था।