इंदौर: आरटीआई कारकुन शहला मसूद मर्डर केस के मामले में जुमेरात के रोज़ नया मोड़ आ गया. जेल में बंद मुल्ज़िम जाहिदा परवेज ने सुनवाई के दौरान एक दरखास्त पेश किया, जिसमें उन्होंने भाजपा लीडर ध्रुवनारायण सिंह का सीबीआई की तरफ से एक साल पहले इसी मामले में किए गए लाई डिटेक्शन टेस्ट की रिपोर्ट पेश करने की मांग की. अदालत ने दरखास्त को कुबूल कर लिया है और शायद अगली सुनवाई पर उस पर फैसला लिया जा सकता है.
क़त्ल केस के बाद सीबीआई ने इस मामले में साबिक एमएलए ध्रुवनारायण सिंह को भी मुल्ज़िम बनाया था, लेकिन बाद में उन्हें क्लीन चिट दी गई. जाहिदा ने दरखास्त में इल्ज़ाम लगाया कि, पोलोग्राफी टेस्ट की रिपोर्ट कोर्ट में पेश नहीं कर सीबीआई ताकतवर लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है. मामले की अगली सुनवाई 22, 23 और 24 सिंतबर को होगी.
जुमेरात के रोज़ सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें दो गवाह जमाल खान और जेलर मतेंद्र सिंह के बयान हुए. सीबीआई ने कुल 164 गवाहों की फहरिस्त सौंपी है. इसमें से जुमेरात के रोज़ कुल 70 गवाहों के बयान हो चुके हैं.