पटना : साबिक नायब वज़ीरे आला सुशील मोदी ने कहा कि सीवान मंडल जेल में बंद साबिक एमपी और क़त्ल के पांच मामलों के मुलजिम शहाबुद्दीन से रियासती हुकूमत के वजीर जेल में मिला। इससे पुलिस इंतेजामिया में गलत पैगाम जायेगा।
उन्होंने इसे शहाबुद्दीन को जांच चल रहे मामलों में बरी करने की कार्रवाई बताते हुए कहा कि वह खुले आम जेल में दरबार लगा रहा है। अब्दुल गफुर के साथ शहाबुद्दीन से मिलने वालों में पप्पु खां और जाकिर मियां का भाई और दुर्दांत मुजरिम हैं।
गोपालगंज में शहाबुद्दीन का सूटर अब्राहिम मियां पुलिस पर सात राउंड फायरिंग की, लेकिन पुलिस ने कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की। बरामद एके 56 पुलिस ने नहीं बरामद किया है, बल्कि मुजरिम के भागने के दौरान गिर जाने के बाद पुलिस ने बरामद किया है। उन्होंने कहा कि सरकार को नैतिकता की बुनियाद पर अब्दुल गफूर को काबिना से बरखास्त कर देना चाहिए, लेकिन नीतीश कुमार में यह हिम्मत नहीं है।