शहीद का अपमान, राजकीय सम्मान के नाम पर चंद लकड़ियां भी न जुटा पाई सरकार

राजस्थान के सिरोही में कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए रमेश चौधरी के पार्थिव शरीर के अपमान करने का मामला सामने आया है।  शहीद रमेश कुमार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर जब  उनके गाँव आया तो शहीद के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल था और हर किसी की आँखें नम थी। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की संख्यों में लोग इक्कठे हुए थे लेकिन राजस्थान सरकार ने ऐसी ऐसी हरकत कर दी जिसे देख परिवार और गांव वाले ढंग रह गए। आपको बता दें कि  अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान के नाम पर सरकार  ने महज खानापूर्ति कर दी। अंतिम संस्कार में लकड़ियां कम पड़ गईं तो पार्थिव शरीर के टुकड़े करके चिता में जलाने की कोशिश की गई। दिल को छलनी कर देने वाले इस मंजर ने इस शहीद की शहादत को शर्मसार कर एक सवाल खड़ा कर दिया कि क्या जो सलूक उसके साथ किया गया सरकार एक बार भी सोचेगी। अंतिम विदाई के लिए राजस्थान के गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी और स्थानीय प्रशासन पहुंचा था, लेकिन उन्हें शहीद के अंतिम संस्कार की परवाह कम और अपनी तस्वीर खिंचवाने की जल्दी ज्यादा थी। अपनी  फोटो खिंचवा कर शहीद का अंतिम संस्कार पूरा होने से पहले ही वहां से चलते बने।