दुबई 29 अक्तूबर (राईटर) ख़ादिम उल-हरमीन शरीफ़ैन सऊदी अरब के फ़र्मा रवा शाह अबदुल्लाह बिन अबदुलअज़ीज़ ने वज़ीर-ए-दाख़िला शहज़ादा नायफ को नया वलीअहद मुक़र्रर किया है ।
सरकारी टेलीवीज़न पर आज जारी किए गए शाही ब्यान में ये ऐलान किया गया है। सरकारी ख़बररसां एजैंसी एस पी ए के एक ब्यान के हवाले से कहा है कि हम ने शहज़ादा नाइफ़ बिन अबदुलअज़ीज़ को वली अहद मुंतख़ब किया है।
बैअत कौंसल की तौसीक़ के बाद नाइफ़ की तक़र्रुरी अमल में आई है। जा नशीनी के अमल को सहल और मज़बूत बनाने के लिए शाही ममलकत में 2006 में इस कौंसल का क़ियाम अमल में आया था। ये पहली बार हुआ है कि जा नशीनी से मुताल्लिक़ शाह के इंतिख़ाब की तौसीक़ के लिए कौंसल से दरख़ास्त की गई है।
ये ऐसा क़दम है कि जिस के बारे में तजज़िया निगारों का कहना है कि इस से जानशीनी के अमल को मज़बूत बनाने में मदद मिलेगी। वलीअहद सुलतान का एक हफ़्ता क़बल न्यूयार्क में कैंसर से इंतिक़ाल होगया था।
वो तक़रीबन पाँच दहाईयों से मलिक के दिफ़ा और शहरी हवाबाज़ी के वज़ीर भी थी। इन ओहदों पर अभी तक किसी की तक़र्रुरी नहीं हुई है। शहज़ादा नायफ ने एक क़दामत पसंद लीडर की हैसियत से ख़ुद को पेश किया है जिन के सऊदी अरब के मज़हबी इदारों के साथ क़रीबी रवाबित थी। शाह अबदुल्लाह और शहज़ादा सुलतान की ग़ैरमौजूदगी मैं शहज़ादा नाइफ़ शाही हुकूमत का काम काज हालिया बरसों में सँभाल चुके हैं।
वज़ीर-ए-दाख़िला की हैसियत से शहज़ादा नाइफ़ ने 2003 से मुल्क में अलक़ायदा के हमलों की लहर ख़तन करने में कामयाबी हासिल की है।