शहज़ाद अहमद की बहन ने 2008-ए-के बाटला हाउस एनकाउंटर मुक़द्दमा में अपने भाई को उम्र क़ैद की सज़ा सुनाए जाने पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि वो इस फ़ैसला के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट से रुजू होगी।
उसने दावा किया कि उसके भाई को झूटे मुक़द्दमा में फंसाया गया है। बाटला हाउस एनकाउंटर फ़र्ज़ी था और जिन नौजवानों को इसके इल्ज़ाम में फंसाया गया उन में उसका भाई शहज़ाद अहमद भी शामिल था जिस पर इंडियन मुजाहिदीन का रुकन होने का इल्ज़ाम भी आइद किया गया है।
उस की बहन सफ़ा सिराज ने कहा कि उसका भाई बेक़सूर है और वो इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट से रुजू होगी। उसने कहा कि उसकी जद्द-ओ-जहद इंसाफ़ हासिल होने तक जारी रहेगी। ऐडीशनल सैशन जज राजिंदर कुमार शास्त्री ने शहज़ाद अहमद को पुलिस इन्सपैक्टर शर्मा के क़त्ल और दो मुलाज़मीन पुलिस को ज़ख़मी करदेने के जुर्म का मुजरिम क़रार देते हुए उम्र क़ैद की सज़ा-ए-सुनाई और जुरमाना आइद किया है।