जानवरों के हक़ के लिए सरगर्म अदारा पेटा (पीपुल फ़ॉर दि एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ़ एनिमल्स) के मेम्बरों को भोपाल में मुस्लिम तबके के ग़ुस्से का सामना करना पड़ा।
दरअसल तंज़ीम की एक मेंबर बेनज़ीर सुरैया शहर के ताजुल मस्जिद इलाक़े में ईद को शाकाहारी तरह से मनाने का पैगाम दे रही थीं।
वह लोगों से दरखास्त कर रही थीं कि गोस्तखोर खाना छोड़ कर वेजेटेरियन अपनाएं। यही नहीं, तब वो पत्तों से बना बुरका पहने हुई थीं।
लेकिन मुक़ामी लोगों ने उनका ज़बरदस्त मुखालिफत किया। मुस्लिम तबके के मुताबिक़ ईद पर बकरे की क़ुरबानी का मुखालिफत करने से उनकी ज़ज्बात को ठेस पहुंची है।
पेटा के ख़िलाफ़ मुखालिफत में एहतेजाज
मुस्लिम तबके के मुताबिक़ पेटा, उनकी ज़ज्बात को ठेस पहुंचा रहा है।
गुस्साए भीड़ ने बेनज़ीर पर हमला करने की भी कोशिश की लेकिन वहां पर मौजूद पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
मुखालिफत एहतेजाज की अगुवाई कर रहे शाहिद अली ने कहा, “जब हम किसी के मज़हब के ख़िलाफ़ नहीं बोलते है तो किसी को हमारे मज़हब में मुदखिलत करने का कोई हक़ नहीं है।”
कुछ लोगों का कहना था कि इंतजामिया ने मुस्लिम इलाक़ों में ताजुल मस्जिद इलाक़े में पेटा को ऐसे मुज़ाहिरा की इजाज़त क्यों दी?
पेटा इंडिया की सीईओ पूर्वा जोशीपुरा ने इस वाक़िया की मज़मत करते हुए कहा, “ये शर्मनाक है कि हमारे मेंबर जो तशद्दुद को रोकने के लिये काम कर रहे है उन्हें ही तशद्दुद का सामना करना पड़ा।”