वनपरती, १९ दिसंबर (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) शहर वनपरती मैं शादीयों से इसराफ़ को ख़तम् करने के लिए मजलिस अलालमा-ए-वालहफ़ाज़ वालाइमा के ज़ेर-ए-एहतिमाम एक मुशावरती इजलास मुनाक़िद हुआ। इजलास की सरपरस्ती मौलाना शेख़ ख़ालिद इमाम सदर क़ाज़ी वनपरती-ओ-गोपाल पेट मंडल ने की और सदारत मौलाना मुहम्मद अबदुल रज़्ज़ाक़ ने की। इस मुशावरती इजलास का आग़ाज़ हाफ़िज़ शेख़ अबदुल हादी की केरात् कलाम पाक से हुआ।
बादअज़ां मौलाना मुहम्मद अबदुल-वारिस ने इजलास के अग़राज़-ओ-मक़ासिद ब्यान किये। मौलाना मुहम्मद अबदुल रज़्ज़ाक़ क़ासिमी ने शादी ब्याह के उनवान पर तफ़सीली रोशनी डाली। शादीयों मैं इसराफ़ की वजह से ग़रीब लड़कीयां अपने घरों में बिन ब्याही बैठी हुई हैं, जिस को ख़तम् करने की ज़िम्मेदारी तमाम मुस्लमानों पर ही। इस मौक़ा पर तमाम मसाजिद के ज़िम्मेदारों और उल्मा किराम ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर ये तय किया कि निकाह मुक़र्ररा वक़्त पर किया जाय और मेहमान नवाज़ी में सिर्फ बघारा खाना, गोश्त का सालन, दालचा और एक किस्म का मीठा रखा जाये।
ख़िलाफ़वरज़ी की सूरत में क़ाज़ी साहिब और शरकाए मजलिस इस निकाह का बाईकॉट करेंगी। इस पाबंदी का इतलाक़ माह फरवरी 2012-ए-होगा। मौलाना मुहम्मद अबद अलरज़्ज़ाक़ ने मुस्लमानों से अपील की कि वो तयशुदा उमूर पर अमल करें, दूसरों को भी इस बात की तरग़ीब दें और शादीयों को आसान बनाये। इस मौक़ा पर मुहम्मद अफ़ज़ल उद्दीन, मौलाना मुहम्मद अबदुर्रहीम, मुहम्मद इस्माईल, मुहम्मद यसीन, मुहम्मद मुनीर उद्दीन, मुहम्मद यूसुफ़, मुहम्मद मुहसिन, शेख़ अबदुल्लाह, हाफ़िज़ मुहम्मद सिराज उद्दीन, हाफ़िज़ शेख़ हामिद इमाम, मौलाना मुहम्मद महमूद उल-हक़ क़ासिमी के इलावा दीगर शरीक थे