शादी मुबारक स्कीम, काफ़ी बजट मौजूद, शराइत में भी आसानीयां

हुकूमत की एक नई इन्क़िलाबी स्कीम शादी मुबारक कल्याण लक्ष्मी पदकम स्कीम के तहत मआशी तौर पर कमज़ोर पसमांदा तबक़ात की मुस्लिम अक़लियतों को इस प्रोग्राम से बहुत कुछ मदद मिल रही है। मुसलमान चाहे कोई भी हो इस में सय्यद, शेख़, आलाउद्दिनी तबक़ा की कोई शर्त नहीं है जिन की भी मआशी वमाली हालत कमज़ोर हो उनकी लड़कीयों की शादी के लिए 51 हज़ार रुपये की माली इमदाद दी जा रही है।

डिप्टी डायरेक्टर डिस्ट्रिक्ट माइनॉरिटी वेलफेयर ऑफीसर बी एस लता ने ये बात कही। नुमाइंदा सियासत सय्यद मुहीउद्दीन को उन के दफ़्तर में मुलाक़ात पर उन्होंने बताया कि शादी मुबारक के ताल्लुक़ से करीमनगर में ताहाल दो मरहलों में मनज़ोरा दरख़ास्तों में से पिछ्ले साल 30दिसंबर को जुमला 9लड़कीयों फ़रहाना बेगम केशवा पटनम, आमना बेगम वीमलवाड़ा, रूही करीमनगर, अस्मा बेगम रीगनटा, करिश्मा ओदीला, अमरीन सुलताना करीमनगर, सालहा प्रवीण बजीगर शरीफ़, इर्ष्या फ़िर्दोस कथलापुर, सीमा आफ़रीन कोरटला को फी कस 51हज़ार रुपये के हिसाब से रास्त उन के बैंक खातों में जमा करदिए गए हैं। जुमला 4 करोड़ 59 लाख रुपये हैं। दूसरे मरहले में मनज़ोरा जुमला 12 लड़कीयों की दरख़ास्तों को भी मंज़ूरी दे कर उन्हें उनके बैंक खातों में फी कस 51हज़ार रुपये के हिसाब से रक़म जमा करदी गई है।

डिप्टी डायरेक्टर माइनॉरिटी वेलफेयर बी एस लता ने ख़ाहिश की हैके शादी मुबारक स्कीम के तहत काफ़ी बजट मौजूद है लेकिन ज़रूरतमंद मुस्तहक़्क़ीन रुजू नहीं होरहे हैं। हालाँकि इस स्कीम से इस्तेफ़ादा के लिए क़वाइद-ओ-शराइत में काफ़ी आसानी पैदा करदी गई है। इनकम सर्टीफ़िकेट, निकाहनामा की कापी, सदर क़ाज़ी या जो भी क़ाज़ी हो इन का सदाक़तनामा, बैंक खाता नंबर, सुकूनत, घर का पता वग़ैरा काफ़ी है।