शादी हुई, तो चपरासी था। दारोगा बनते ही अपनी बीवी को छोड़ दिया। पॉलिटेक्निक की पढ़ाई के दौरान लव मैरेज किया। आइबी की नौकरी लगी, तो अब साथ रखने से इनकार। गुजिशता साल शादी हुई और अब दहेज की मांग के साथ मारपीट। नतीजा, सात महीने का हमल।
बीवी जब सरपंच बन गयी, तो उसका शौहर साथ रखने से इनकार कर रहा है। 75 साल की बूढ़ी मां को उसका बेटा ही मारपीट कर रहा है। ऐसे कई मामले पीर के दिन अवामी दरबार में वजीरे आला नीतीश कुमार के सामने पहुंचा। सुबह दस बजे से लेकर शाम पांच बजे तक मुसलसल नौ घंटे बैठकर वजीरे आला ने पुलिस, रेवनु और ज़मीन बेहतरी और शरायत महकमा से मुतल्लिक़ 962 फरियादियों की शिकायतों का निबटारा किया।
जहेज़ के लिए मारपीट
हाजीपुर से आयी चांदनी कुमारी की शादी 25 जून, 2012 को हुई थी। शादी के बाद से ही शौहर, ससुर की तरफ से जहेज़ की मांग की जाने लगी। मुसलसल मारपीट की जाती रही। पिटाई की वजह ही सात महीने का बच्चा खराब हो गया। रोती-बिलखती चांदनी ने कहा कि हाजीपुर शहर थाना में केस किया। डेढ़ महीने बाद भी जहेज़ लालची सास-ससुर, शौहर , ननद अब भी पुलिस के चंगुल से दूर हैं। रहने-खाने को कुछ नहीं है। कपड़ा भी बहन ने दिया है।
बेगूसराय से आयी शैल देवी ने कहा कि उनकी बेटी नूतन कुमारी हैवसपुर की सरपंच है। सरपंच बनने के बाद से ही शौहर साथ नहीं रख रहा है। दूसरों को इंसाफ का काम करनेवाली सरपंच नूतन को झूठे केस में भी फंसा दिया गया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह कोर्ट-कचहरी की पनाह में जाने को मजबूर है।
पटना की उषा देवी ने कहा कि 2007 में बबलू कुमार से शादी हुई। ट्रक चलानेवाला शौहर अब साथ नहीं रख रहा है और दूसरी शादी करना चाहता है। बक्सर की 75 साला अन्नपूर्णा देवी का बेटा मारपीट करता है। शरीर से लाचार अन्नपूर्णा ने कहा कि वह दाने-दाने को मोहताज है। वजीरे आला ने बेवा को पेंशन देने की बात कही।