शान रिसालत (सल्लाल्लाह अलैहे वसल्लम) में गुस्ताख़ी ,कुवैती ट्वीटर की तरदीद (खंडन)

एक कुवैती शीआ ट्वीटर ने पीर को इस अदालती इल्ज़ाम की तरदीद (खंडन) की है कि वो पैग़ंबर इसलाम(सल्लाल्लाह अलैहे वसल्लम) की तौहीन का मुर्तक़िब हुआ है,ये बात उस की अहलिया आईशा ,बाअज़ साथियों और इस के वकील ख़ालिद अलशती ने बताई है।ख़ालिद अलशती ने ए एफ पी को बताया कि तौहीन रसालत के इलावा बाईस साला हम्माद अलनक़ी ट्वीटर पर ख़लीज के ममालिक (मुल्कों) सऊदी अरब और बहरीन की तज़हीक करने का भी इल्ज़ाम आइद किया गया है।

इस के इलावा इस पर इसी झूटी अफवाहें फैलाने का भी इल्ज़ाम आइद किया गया है जिस की वजह से बैरून मुल्क बहरीन की साख मुतास्सिर हुई है। इस के वकील ने बताया कि ये इल्ज़ामात इस के ट्वीटर अकाउनट पर मुतअद्दिद ट्वीटस की बुनियाद पर आइद किए गए हैं, लेकिन नक़ी ने तहकीकात कनन्दगान(पूछ-ताछ करने वालों) को बताया कि इस का अकाउनट हैक किया गया है।

जज ने नक़ी को रिहा करने से इनकार कर दिया है,वो गुज़श्ता दो माह से गिरफ़्तार है,वकील ने बताया कि जज ने आइन्दा समाअत 28 मई तक मुल्तवी कर दी है।अगर नक़ी को इन इल्ज़ामात पर सज़ा दी गई तो उसे कई बरस कैद काटनी पड़ेगी।लेकिन इस माह पार्ल्यामेंट में मंज़ूर किए जाने वाले एक क़ानून की रू से इस पर संगीन मज़हबी इल्ज़ामात पर सज़ाए मौत का इतलाक़(लागू) नहीं होगा, क्यूँ कि इस पर अमीर कुवैत ने अभी दस्तख़त करने हैं।