शामी इस्लाम पसंद बाग़ीयों पर सदर बशारुल असद क़ाबिले तरजीह – इसराईल

इसराईल सदर शाम बशारुल असद के इक़्तेदार पर बरक़रार रहने को बुनियाद परस्त इस्लाम पसंद ताक़तों के शाम पर क़बज़ा की बनिसबत तर्जीह देता है। शाम के साथ इसराईल का देरीना इलाक़ाई तनाज़ा बरक़रार है।

साबिक़ सरब्राह फ़ौज इसराईल डॉन हाल्ट्ज़ जो 2006 में लेबनान में फ़ौजी मुहिम की क़ियादत कर चुके हैं, मास्को में एक इजतिमा से ख़िताब करते हुए कहा कि अलक़ायदा से उल्हाक़ रखने वाले अनासिर बशारुल असद की जगह शाम की हुकूमत पर क़ाबिज़ होने का इमकान है।

अगर ऐसा हुआ तो ये इसराईल के नुक़्ते नज़र से इंतिहाई मसाइल की वजह बनेगा। इसराईल के कसीरुल इशाअत रोज़नामा मारीफ़ ने कहा कि शाम की हुकूमत रोज़ाना ख़ुद अपने शहरीयों को हलाक कर रही है लेकिन हमें इस का एतराफ़ करना होगा कि शाम की अपोज़ीशन बुनियादी तौर पर इंतिहाई इंतेहापसंद मुसलमानों जैसे अलक़ायदा पर मुश्तमिल है।

गुज़िश्ता 40 साल में ये अपनी नौईयत का पहला वाक़िया है। हाल्ट्ज़ ने कहा कि ये सिर्फ़ एक छोटा सा इशारा है कि अगर इंतेहापसंद बरसरे इक्तदार आ जाऐं तो इस का नतीजा क्या बरामद होगा।