ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामिनाई ने शामी क़ौम को कुफ़्फ़ार क़रार देते हुए कहा है कि तेहरान,शाम में काफ़िरों से नबरद आज़मा है और हमारे फ़ौजी शाम की सरज़मीन पर कुफ़्फ़ार से इस्लाम की जंग लड़ने के लिए इजाज़त तलब कर रहे हैं।
ख़बररसां एसेंसी फ़ारस के मुताबिक़ खामिनाई का ये मुतनाज़े बयान दस्तूरी कौंसिल के सेक्रेट्री जनरल हमद जन्नती ने नक़ल किया है। उनका कहना है कि सुप्रीम लीडर ने ये अल्फ़ाज़ गुज़िश्ता हफ़्ते तेहरान में 46 ईरानियों के जनाज़े के मौक़ा कहे।
अहमद जन्नती का कहना है कि मैं ये तसव्वुर नहीं करता था कि सुप्रीम लीडर इस नौईयत का बयान एलानिया किसी महफ़िल में करेंगे। ताहम उन्होंने कहा कि अगर हमारे फ़ौजी शाम में अपने दिफ़ा की जंग ना लड़ते तो ये जंग हमें ईरान के किरमान शाह और दूसरे इलाक़ों में लड़ना पड़ती।
अहमद जन्नती का कहना है कि सुप्रीम लीडर ने अपने ख़िताब में शाम में जारी लड़ाई को इस्लाम और कुफ़्र के दरमयान जंग क़रार दिया। उन्होंने कहा कि शहादत का दरवाज़ा इराक़ – ईरान जंग के ख़ातमे पर बंद हो गया था और उसे शाम के महाज़ पर दोबारा खोला गया है। अब नौजवान शाम में लड़ाई के लिए जाने पर हम से इजाज़त मांगने पर इसरार करते हैं।