यरूशलम, 29 जनवरी( ए एफ़ पी ) शाम के कीमीयाई हथियार इस्लामी अस्करीयत पसंदों के हाथ लग जाने के बारे में इसराईल की फ़िक्रमंदी में रोज़ बरोज़ इज़ाफ़ा होता जा रहा है और वो सिफ़ारतकारी इक़दामात के इलावा इस वाक़िया को रोकने के लिए फ़ौजी इक़दामात भी कर रहा है ।
इसराईल के ज़राए इबलाग़ और फ़ौजी ज़राए ने आज कहा कि डोम मिज़ाईल दिफ़ाई निज़ाम की दो बैटरियां मुल्क की शुमाली सरहद पर तैनात करदी गई है ताकि पड़ोसी मुल्क शाम या लेबनान के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई ज़रूरी हो जाए तो ये बैटरियां फ़ौरी कार्रवाई कर सके । इसराईल को यक़ीन है कि लेबनान की शीया तहरीक हिज़्बुल्लाह के शाम में कसीर तादाद में फ़ौजी मौजूद हैं जो सदर बशर अल असद की सुन्नी बाग़ीयों के मुक़ाबला में ताईद कर रहे हैं लेकिन उन्हें बशर अल असद की शिकस्त की सूरत में उनके कीमीयाई हथियारों पर क़बज़ा करने से भी गहरी दिलचस्पी है ।
ऐसी सूरत में इसराईल के लिए अपनी फ़ौजें तैनात करने का वक़्त नहीं मिलेगा । इसराईली फ़ौज ने इस तैनाती की अहमीयत कम करने की कोशिश करते हुए अपने बयान में कहा कि सिर्फ़ एक बैट्री शुमाली सरहद पर मुंतक़िल की गई है । उन्होंने कहा कि कारआमद तैनाती प्रोग्राम के एक हिस्सा के तौर पर जिस ने इसराईल में वक़फ़ा वक़फ़ा से फ़ौजी यूनिटों के मुक़ामात तब्दील किए जाते हैं ।
आहनी गनबद बैट्री भी फ़िलहाल शुमाली सरहद पर तैनात की गई है । इसराईली रोज़नामा मारीफ़ ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म बिंजामिन नितिनयाहू ने तेज़ी से क़ौमी सयान्ती मुशीर को मास्को रवाना किया है जहां वो वज़ीर ए ख़ारेजा रूस सुर्जी लारोफ़ से मुलाक़ात करेंगे और तवक़्क़ो है कि रूस से ख़ाहिश करेंगे कि वो अपना असर-ओ-रसूख़ इस्तेमाल करते हुए कीमीयाई हथियारों को बशर अल असद के कंट्रोल से बाहर ना जाने दें ।
रोज़नामा ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म इसराईल अमेरीकी सफ़ीर बराए इसराईल डॉन शपीरो से कल मुलाक़ात कर के कह चुके हैं कि शाम के सिलसिला में दोनों ममालिक का क़रीबी तआवुन ज़रूरी है । महकमा सुराग़ रसानी भी इस सिलसिला में तबादला-ए-ख़्याल में मसरूफ़ हैं। इसराईली रेडीयो ने कहा कि ख़तरनाक इम्कानात मौजूद हैं या तो हुकूमत शामी अवाम के ख़िलाफ़ कीमीयाई हथियार इस्तेमाल करेगी या फिर ये हथियार इंतिहापसंद तंज़ीम हिज़्बुल्लाह के हाथ लगेंगे और इसराईल दोनों इम्कानी वाक़ियात का इंसिदाद ( रोकथाम) करना चाहता है ।