शामी फ़ौजीयों के हाथों 15 शहरीयों का बहीमाना( वहशियाना) क़त्ल

शामी फ़ौजीयों ने हम्मास शहर में गुज़श्ता ( गजरे)रात 15 अफ़राद का मुबय्यना (कथित तौर पर) तौर पर बेरहमी से क़त्ल कर दिया।

इंसानी हुक़ूक़ (अधीकार) की निगरानी के शामी मर्कज़ के रामी अबदुर्रहमान ने ये इत्तिला ( सूचना/खबर) दी। इन के मुताबिक़ शामी फ़ौजीयों ने शमास इलाक़े में पूरी रात हमले किए जिस के बाद वहां 15 शहरीयों की लाशें पाई गयी।

इन पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया है। इंसानी हुक़ूक़ की निगरानी के मर्कज़ ने शामी फ़ौज पर ये इल्ज़ाम शुमाल मग़रिबी सूबा अदलीब के ख़ान शीख़ोन में एक दीगर (अन्य/दूसरे) क़त्ल-ए-आम किए जाने के इल्ज़ामों के एक दिन बाद लगाया है।

ख़ान शीख़ोन के इलाक़ा में इसी हफ़्ता शाम की फ़ौजीयों ने अंधा धुंद फायरिंग करके 20 लोगों का क़त्ल कर दिया था। मुल्क के दूसरे हिस्सों में चहारशंबा (बुधवार) को मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में कम से कम 12 दीगर ( अन्य/दूसरे) अफ़राद मारे गए जब कि ख़ान शीख़ोन के चार ज़ख्मीयों ने इस दौरान दम तोड़ दिया।

दूसरी तरफ़ सदर बशर अला असद ने कहा कि कल का वाक़्या ( घटना) दहशतगर्दों का काम है। उन्होंने मग़रिबी ममालिक ( पश्चिमी देशो/मुल्को) पर शाम में जारी तशद्दुद (ज़ुल्म) को नज़र अंदाज ( जिस पर ध्यान ना दिया गया हो) करने का इल्ज़ाम लगाया।

उन्होंने कहा कि वो इस मुआमले में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा और अरब लीग के ख़ुसूसी क़ासिद कोफ़ी अन्नान से शाम में जारी तशद्दुद पर उन के इस महीने के आख़िर में होने वाले दौरा के दौरान रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करने के लिए कहेंगे।