शाम में बाग़ीयों ने एक हमले के दौरान सदर (राष्ट्रपती ) बशार अल असद की काबीना के वज़ीर-ए-दाख़िला (गृह मंत्री), दिफ़ा और डिप्टी आर्मी चीफ़ समेत कई अहम शख़्सियात (व्यक्तियों)को हलाक करने का दावे किया है ताहम (लेकिन) हुकूमत ने बाग़ीयों के इस दावे की सख़्ती से तरदीद (खंडन) की है।
हुकूमत के ख़िलाफ़ मुसल्लह जद्द-ओ-जहद में सरगर्म बाग़ी फ़ौज के अलसहाबा ब्रिगेड के तर्जुमान अबू मआज़ ने अल अरबिया डाट नेट को टेलीफ़ोन पर बताया कि ब्रिगेड के जवानों ने सरकारी फ़ौज के कई आफ़िसरान को मौत के घाट उतार दिया है। तर्जुमान ने कहा कि सरकारी फ़ौज का इन्टेलीजेन्स सिस्टम तबाह हो गया है और बाग़ी फ़ौजी बाआसानी अपने एहदाफ़ (लक्ष्य) तक पहुंच रहे हैं।
उन्हों ने एक इजलास (सम्मलेन) को निशाना बनाया है जिस में वज़ीर-ए-दाख़िला (गृह मंत्री) और डिप्टी आर्मी चीफ़ समेत कई अहम शख़्सियात (व्यक्ति) शरीक थीं। अबू मआज़ का कहना था हमले के बाद बाग़ी फ़ौजी बा हिफ़ाज़त फ़रार होने में कामयाब हो गए और वो जल्द इस वाक्ये की मज़ीद तफ़सीलात भी जारी करेंगे।
ज़राए के मुताबिक़ क़ातिलाना हमले में हलाक और ज़ख़मी होने वाली तमाम शख़्सियात (व्यक्तियों) को दमिशक़ के एक बड़े अस्तपाल में मुंतक़िल कर दिया गया है। दूसरी जानिब सरकारी मीडीया ने हुकूमत की जानिब से जारी ब्यानात के हवाले से अपनी रिपोर्टस में बाग़ीयों के इस दावे की सख़्ती से तरदीद (खंडन) की है।
सरकारी टी वी पर वज़ीर-ए-दाख़िला (गृह मंत्री) मुहम्मद अलशाअर का एक ब्यान भी नशर किया गया है जिस में उन्हों ने अपनी और कई दूसरी अहम शख़्सियात (व्यक्तियों) की हलाकत की तरदीद (खंडन) की है और बाग़ीयों के इस दावे को झूट क़रार दिया गया है।