शामी बोहरान के लिए बैरूनी हल नाक़ाबिल-ए-क़बूल : बशारुल असद

शामी सदर बशारुल असद ने ईरानी सरकारी टी वी पर बताया है कि शाम पर बाहर से थोपा गया हल नाक़ाबिल-ए-क़बूल है क्योंकि शाम के लोग ख़ुद अपने मुल्क के बोहरान को हल कर सकते हैं।असद ने एक घंटा के इंटरव्यू में कहा ग़ैर शामी हल हमें मंज़ूर नहीं क्योंकि हमारे सिवा और कोई नहीं जानता कि मसला को कैसे हल करना है।

शाम ने तुर्की का एक जंगी जहाज़ मार गिराया था जिस के बाद तुर्की के साथ इस के ताल्लुक़ात कशीदा(खराब) हो गए इस बारे में पूछे जाने पर इस ने कहा कि दरअसल तुर्क आफ़िसरान का मुक़फ़ अलग है और तुर्क अवाम का शाम के तईं रुख़ बिलकुल अलग है।