इस वक़्त पंद्रह लाख तक शामी (सीरियन) अवाम (जनता) इंसानी हमदर्दी की बुनियाद पर इमदाद (मदद) के मुंतज़िर (उम्मीद में) हैं,ये बात अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) ने गुज़िश्ता रोज़ बताई है।ये तादाद दस लाख अवाम (जनता) की इस तादाद से ज़्यादा है जिस का अंदाज़ा माहिरीन ने इस साल मार्च के अवाख़िर में लगाया था।
इंसानी हमदर्दी के उमूर (मामले) बराए राबिता (संपर्क) दफ़्तर के ताज़ा तरीन बुलेटिन में कहा गया है कि शाम (सीरिया) में इंसानी हमदर्दी की बुनियाद पर सूरत-ए-हाल बिगड़ती जा रही है। अब अंदाज़ा लगाया गया है कि पंद्रह लाख अवाम (जनता) इंसानी हमदर्दी की बुनियाद पर इमदाद (मदद) के मुंतज़िर (उम्मीद में) हैं।
बुलेटिन के मुताबिक़ शाम (सीरिया) की अरब हिलाल अह्मर तंज़ीम के मुताबिक़ अदलब में तीन लाख पच्चास हज़ार अफ़राद इमदाद (मदद) के मुंतज़िर (उम्मीद में) हैं जबकि हुम्मस के सूबे में ढाई लाख अफ़राद इमदाद (मदद) के मुंतज़िर (उम्मीद में) हैं।
अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (यू एन ओ) ने लाज़िमी इमदाद (मदद) की फ़राहमी के लिए इंसानी हमदर्दी के चार मराकज़ (केंद्र) क़ायम करने बारे शामी (सीरियन) हुक्काम (अधिकारीयों) से इत्तिफ़ाक़ किया है।अदलब,देरारा,हुम्मस और देरएज़ोर के जायज़ा मिशन मुकम्मल कर लिए गए हैं।
बुलेटिन के मुताबिक़ मुम्किन है,इमदादी मराकज़ (केंद्र) मोख़र अलज़कर दो शहरों में क़ायम किए जाएं। उर्दन ,इराक़,लेबनान और तुर्की की फ़रार होने वाले शामी (सीरियन) पनाह गुज़ीनों की तादाद अब छियासी हज़ार से ज़ाइद हो गई है।