इस्लाम पसंद जंगजूओं ने बशारुल असद कीअफ़्वाज से वस्ती सूबे हामा के गाँवों का कंट्रोल हासिल कर लिया है। इस गाँवों पर क़ब्ज़े का मक़सद शुमाली शाम से दमिश्क़ तक मुवासलाती निज़ाम और सप्लाई को मुनक़तै करना है। शाम के लिए क़ायम ऑब्ज़र्वेटरी के मुताबिक़ इस्लाम पसंदों ने गाँवों पर कंट्रोल हासिल करते हुए मान नामी बस्ती में 25 अफ़राद को हलाक कर दिया है।
हलाक किए गए अफ़राद की अक्सरीयत बशारुल असद के हामी फ़ौज से वाबस्ता थी। दूसरी जानिब हुकूमत का मौक़िफ़ है कि हलाक शुदगान की अक्सरीयत ख़्वातीन और बच्चों पर मुश्तमिल थी।
इस्लाम पसंदों ने उन अफ़राद को जिनेवा-II के सिलसिले में मुज़ाकरात के आग़ाज़ के मौक़ा पर हलाक किया है। वाज़ेह रहे कि मान के रिहायशी जो कि शुमाली और जुनूबी शाम को मिलाने वाली शाहराह के मशरिक़ में आठ किलो मीटर तक फैली आबादी बशारुल असद के अपने क़बीले से ताल्लुक़ रखती है।