अमरीका के आला सफ़ीर जॉन केरी आज सऊदी अरब का दौरा कर रहे हैं ताकि शाम में मुदाख़िलत से वाशिंगटन के इनकार और ईरान से किए गए उसकी सिफ़ारती कोशिश को रध करने पर पैदा शूदा कशीदगी को दूर किया जा सके।
शाम में हमला करने से अमरीका की पुस्-ओ-पेश या बाग़ीयों को ज़्यादा से ज़्यादा इमदाद करने से इनकार पर देरीना हलीफ़ मुल्क से ताल्लुक़ात कशीदा होगए हैं।
इस के अलावा ईरान के साथ अमरीका का रवैय्या नरम होने से भी सऊदी अरब नाराज़ है। ईरान के लीडर हुस्न रुहानी के सदर मुंतख़ब होने के बाद की सूरते हाल पर सऊदी अरब को अमरीका से जो तवक़्क़ो थी पूरी नहीं हुई।
सऊदी अरब ने वाशिंगटन पर बरसरे आम भी ब्रहमी ज़ाहिर की थी इस ने मिस्री फ़ौजी हिमायत वाली हुकूमत को दी जाने वाली इमदाद के फ़ैसले पर भी नाराज़गी पैदा हुई है।
पिछ्ले हफ़्ते ही सऊदी इंटेलिजेंस सरबराह शहज़ादा बंदर बिन सुलतान अलसावद ने रियाज़ में सफ़ीरन कहा था कि वो सी आई ए के साथ सऊदी का तआवुन ख़त्म किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जी हाँ अमरीका के साथ हमारे ताल्लुक़ात ख़ुशगवार नहीं हैं। जॉन केरी इन तमाम मसाइल पर सऊदी अरब के हुक्काम से मुलाक़ात कर के तबादला-ए-ख़्याल करेंगे।