सुबह होने से पहले भी शामी फ़ौजियों और बागियों के दरमियान शाम के दार-उल-हकूमत (राजधानी) दमिशक़ और दूसरे बड़े शहर हलब में ख़ौफ़नाक झड़पें जारी हैं।
एक इंसानी हुक़ूक़ की निगरानकार तंज़ीम और मुक़ामी शहरियों के बमूजब(मोताबिक) जंग कल रात दार-उल-हकूमत (राज धानी)दमिशक़ के इलावा अज़ला उल-हिजर, अलासोद और तदामोन में पहले ही से झड़पें जारी हैं।
जबकि फ़िज़ाईया की सुराग़ रसानी शाख़ के करीब एक इमारत में शलबारी की वजह से आग भड़क उठी है जिस को राहत रसां कारकुन , वुकला और डॉक्टर्स राहत रसानी की कोशिशों में मसरूफ़ हैं