बेरूत: शाम के अपोज़ीशन ने कल कहा कि उसने दो हफ़्ते की जंग बंदी की हिमायत ये देखने के लिए की है कि दूसरा फ़रीक़ (शाम की हुकूमत )रूस और अमरीका के ज़रिये मुजव्वज़ा जंग बंदी के मंसूबे के तईं कितना संजीदा है|
शामी अपोज़ीशन की अमन मुज़ाकरात से मुताल्लिक़ कमेटी ने इस सिलसिले में एक बयान जारी करके कहा है कि वो आरिज़ी जंग बिंदी और अमन मुज़ाकरात के तईं दूसरे फ़रीक़ की संजीदगी देखना चाहती है|
अपोज़ीशन की कमेटी ने जंग बंदी की कामयाबी के लिए कई शर्तें रखी हैं ख़्याल रहे कि इस कमेटी को सऊदी अरब की हिमायत हासिल है|