बैनुल अक़वामी कीमीयाई हथियारों को जंग ज़दा मुल्क शाम में मंगल के दिन से तल्फ़ करना शुरू कर दिया जाएगा। ये अब तक की सब से बड़ी और इंतिहाई ख़तरनाक तर्के असलहा कार्रवाई होगी। एक हज़ार टन से ज़्यादा सरीन, राई गैस और दीगर ममनूआ दहशतनाक कीमीयाई माद्दे मुल्कगीर सतह पर ज़ख़ीरा किए हुए हैं।
अक़वामे मुत्तहिदा और आलमी कीमीयाई हथियारों का निगरां निकार इदारा तमाम माहिरीन से अपील कर चुका है कि वो फ़ौरी इस कार्रवाई में शामिल हो जाएं। दरख़ास्त गुज़ारों को हलाकत का ख़तरा भी होगा। कीमीयाई हथियार तल्फ़ करने के लिए जो क़तई आख़िरी मोहलत मुक़र्रर की गई है, इस के अंदर ये काम नामुमकिन नज़र आता है।
इस लिए उन्हें अपनी जान का ख़तरा मोल लेकर इस कार्रवाई की निगरानी करना होगा। अमरीका – रूस मंसूबा में वस्त 2014 तक तमाम कीमीयाई हथियार तल्फ़ करने की क़तई आख़िरी मोहलत मुक़र्रर की गई है।