तुर्की ने कहा है कि अगर अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल में शाम के ख़िलाफ़ एक्शन के लिए इत्तिफ़ाक़े राय ना हो सका तो वो दीगर आलमी इत्तिहाद का हिस्सा बन सकता है।
तुर्क वज़ीरे ख़ारजा दाऊद ओगलव ने आज बताया कि इन का मुल्क हमेशा अक़वामे मुत्तहिदा के फ़ैसले के मुताबिक़ आलमी बिरादरी के साथ चलने को तर्जीह देता है और उम्मीद है कि शाम में जारी क़त्ले आम को रोकने के लिए अक़वामे मुत्तहिदा के तमाम मैम्बर ममालिक के दरमयान इत्तिफ़ाक़े राय हो जाएगा और सलामती कौंसिल मुशतर्का एक्शन की मंज़ूरी दे देगी।