शाम के तीन कस्बों में दो-रोज़ा जंग बंदी का आग़ाज़

इत्तिलाआत के मुताबिक़ शाम के तीन कस्बों में हुकूमत हामी फ़ोर्सेस और शामी बाग़ीयों के दरमयान दो रोज़ा जंग बंदी का आग़ाज़ हो गया है। इस आरिज़ी जंगी बंदी के ज़रीए लेबनान की सरहद पर बाग़ीयों के मज़बूत गढ़ ज़िबह दानी और हुकूमत के ज़ेरे क़ब्ज़ा फुव्वा और कैफ़रिया में तिब्बी इमदाद और ख़ुराक़ पहुंचाई जाएगी।

बाग़ी ग्रुप अहरार अल शाम और हिज़्बुल्लाह रजामंदी के बाद जंग बंदी की गई है। दरीं अस्ना दमिशक़ के इर्द-गिर्द में हुकूमती फ़िज़ाई हमलों और बाग़ीयों की जानिब से राकेट हमलों में दर्जनों अफ़राद हलाक हो गए हैं।

इन्सानी हुक़ूक़ के कारकुनों के मुताबिक़ दोमा, कुफ़्र बुतना, सक़बा और मशरिक़ी गोता के ज़रई इलाक़े हमोरया के इर्द-गिर्द जंगी तैयारों के हमले में कम अज़ कम 27 अफ़राद हलाक हुए।