शाम के शहर रक़ा के फ़ौजी अड्डे पर जिहादीयों का हमला

ख़िलाफ़ते इस्लामीया के जिहादीयों ने शाम के शहर रक़ा में एक फ़ौजी अड्डे पर हमला करते हुए इस के बाअज़ हिस्सों पर क़ब्ज़ा कर लिया। क़ब्लअज़ीं हौलनाक जंग हुई जिस में कई अफ़राद हलाक हो गए।

शाम की इंसानी हुक़ूक़ की अलमबरदार तंज़ीम शामी रसदगाह ने कहा कि इंतेहापसंदों का एक ग्रुप ब्रिगेड 93 के फ़ौजीयों के साथ घमासान जंग में मसरूफ़ है। शहर रक़ा में ख़िलाफ़ते इस्लामीया पहले ही इलाक़ाई दारुल हुकूमत पर और वसीअ इलाक़ों पर क़ब्ज़ा कर चुकी है। तंज़ीम के मुबस्सिर के बामूजिब कम अज़ कम 27 सरकारी फ़ौजी और 11 जिहादी हलाक हो चुके हैं।

इन में वो तीन अफ़राद भी शामिल हैं, जिन्हों ने ख़ुद को धमाका से उड़ाते हुए इस जारिहाना हमले का आग़ाज़ किया था। फ़ौजी अड्डे के बाबुल दाखिला पर कल रात देर गए उन्हों ने ख़ुद को धमाका से उड़ाते हुए जिहादीयों के हमले की राह हमवार की थी।

इंसानी हुक़ूक़ की अलमबरदार तंज़ीम के बामूजिब ख़िलाफ़ते इस्लामीया के जंगजू फ़ौजी अड्डे के बेशतर इलाक़ा पर क़ाबिज़ हो चुके हैं। कई सरकारी फ़ौजी जिन का ताल्लुक़ ब्रिगेड 93 से था, गुज़िश्ता माह पस्पा हो चुके हैं। शाम की ख़ानाजंगी में मार्च 2011 से अब तक तक़रीबन एक लाख 70 हज़ार अफ़राद हलाक हो चुके हैं।