बैन-उल-अक़वामी क़ासिद बराए शाम लखदर बराहेमी ने इंतिबाह दिया कि शाम नाकाम ममलकत बन जाएगा, अगर वो 19 माह से जारी तनाज़ा का मुज़ाकरात के ज़रीये सयासी हल बरामद ना करे।
अक़वाम-ए-मुत्तहिदा और अरब लेग के मुशतर्का क़ासिद लखदर बराहेमी ने जनरल असैंबली से ख़िताब करते हुए आज कहा कि वो शाम की हुकूमत और अप्पोज़ीशन के अलावा पड़ोसी ममालिक का भी दौरा करके अमन मंसूबा पर तबादला-ए-ख़्याल करचुके हैं।
उन्होंने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के ताक़तवर तरीन इदारे से ख़ाहिश की के वो इख़तिलाफ़ात पर क़ाबू पाए और तशद्दुद के ख़ातमे के मक़सद से क़रारदाद मंज़ूर करे, जिस में जंग बंदी, सयासी मुंतक़ली इक़तिदार औरचुनाव एक ताक़तवर बहाली अमन फ़ौज के ज़ेर निगरानी मुनाक़िद करवाने की तज्वीज़ें शामिल हूँ।
उन्हों ने कहा कि मुत्तहदा अप्पोज़ीशन के लिए एक कामयाब मंसूबे की ज़रूरत होगी, जिस के लिए तमाम इलाक़ाई ममालिक को
मिल्कर इस मंसूबे की ताईद करनी चाहिए।