शाम पर 60 रोज़ तक हमले के लिए अमरीकी सीनेट की क़रारदाद

अमरीकी सीनेट की कमेटी बराए ख़ारिजा ताल्लुक़ात शाम के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए एक क़रारदाद पर मुत्तफ़िक़ हो गई है। बराक ओबामा को पहले ही कांग्रेस के बाअज़ अरकान की हिमायत हासिल हो चुकी है। सीनेट की कमेटी बराए ख़ारिजा ताल्लुक़ात मंगल को रात गए क़रारदाद के मुसव्वदे पर मुत्तफ़िक़ हुई जिस के तहत अमरीका शाम पर हमला कर सकता है।

इस के तहत 60 रोज़ के लिए कार्रवाई की इजाज़त दी जा सकती है जिसे कांग्रेस की मंज़ूरी पर मज़ीद 30 दिन के लिए बढ़ाया जा सकता है। इस मुसव्वदे के तहत ज़मीनी फ़ौज शाम भेजने की मुमानअत होगी । ताहम हंगामी हालात में इमदादी टीम रवाना की जा सकती है। सदर ओबामा को शाम पर हमले के लिए री पब्लिकंस समेत कांग्रेस के अहम क़ाइदीन की हिमायत भी हासिल हो गई।

ओबामा ने उन्हें यक़ीन दिलाया है कि इस हमले का मतलब इराक़ और अफ़्ग़ानिस्तान की मानिंद तवील जंग नहीं होगा। ओबामा ने मंगल को वाईट हाऊस में कांग्रेस के क़ाइदीन से मुलाक़ात की। इस मौक़ा पर उन्हों ने दमिश्क़ में 21 अगस्त के मुबैयना कीमीयाई हमले के रद्दे अमल में शाम के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए जल्द फ़ैसला करने पर ज़ोर दिया।

इस में अक़वामे मुत्तहिदा की सरबराह बराए तख़फ़ीफ़े असलहा इंजीला केन और सेक्रेट्री जेनरल बानकी मून से दमिश्क़ के कीमीयाई हमले की तफ़तीश करने की दरख़ास्त करने वाली 37 ममलिकतों के सफ़ीर शरीक थे। बादअज़ां बशार जाफरी ने ओबामा को तन्क़ीद का निशाना बनाया।