शाम में अल नसरा फ्रंट के तर्जुमान समेत कई हलाक

शाम में अस्करीयत पसंद तंज़ीम अल नसरा फ्रंट के एक इजलास को फ़िज़ाई हमलों में निशाना बनाया गया। इन हमलों में इस जिहादी ग्रुप के कई अफ़राद हलाक हुए हैं। हलाक होने वालों में अल नसरा फ्रंट का तर्जुमान अबू फ़रास अल असोरी भी शामिल है।

मुख़्तलिफ़ ज़राए ने इतवार के रोज़ अलक़ायदा से वाबस्तगी रखने वाले शामी शिद्दत पसंद गिरोह अल नसरा फ्रंट के एक ठिकाने पर किए गए फ़िज़ाई हमलों में कम अज़ कम बीस जंगजूओं की हलाकत का बताया है।

इन हलाक शुदगान में अस्करीयत पसंद ग्रुप का तर्जुमान भी मारा गया। इत्तिलाआत के मुताबिक़ अल नसरा फ्रंट का तर्जुमान अबू फ़रास अल असोरी अपने बेटे समेत अस्करीयत पसंदों से मुलाक़ात में मसरूफ़ था कि फ़िज़ाई हमलों की लपेट में आ गया।

अल असोरी का असल नाम रिज़वान नामूस है और वो साबिक़ा सोवीयत यूनीयन के ख़िलाफ़ अफ़्ग़ानिस्तान में लड़ाई में शरीक हो चुका है। अबू फ़रास अल असोरी अल क़ायदा का एक पुराना रुक्न होने की वजह से अल नसरा फ्रंट के जंगजूओं में ख़ासी इज़्ज़त और तकरीम रखता था।

उस ने अफ़्ग़ानिस्तान ही में अलक़ायदा के लीडर उसामा बिन लादेन और आलमी जिहाद का बानी क़रार दिए जाने वाले अबदुल्लाह यूसुफ़ इज़ाम से मुलाक़ातें की थीं। फ़लस्तीनी नज़ाद इज़ाम ही ने उसामा बिन लादेन को अफ़्ग़ानिस्तान पहुंच कर रूस के ख़िलाफ़ जिहाद शुरू करने की तलक़ीन की थी।