वाशिंगटन 12 फ़रवरी (पी टी आई) ईरान और उस का लेबनानी हलीफ़ हिज़्बुल्ला जंग से तबाह हाल शाम के अंदरून मलीशिया यूनिटों का नेटवर्क क़ायम कर रहे हैं ताकि सदर बशारुल असद का इक़तिदार ख़त्म होने की सूरत में अपने मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ करते हुए उन्हें बचाया जा सके, मीडिया रिपोर्ट ने ये बात कही। ये मलीशिया शामी हुकूमत की फ़ोर्सेस के साथ मिल कर लड़ रही हैं ताकि असद को इक़तिदार पर बरक़रार रखा जा सके।
लेकिन ओहदेदारों का ख़्याल है कि ईरान का तवील मीयादी मक़सद शाम में भरोसा मंद कारिंदों को क़ायम रखना है जो ये मुल्क नसली और मसलकी गोशों में बट जाने की सूरत में कारगर हो सकते हैं, वाशिंगटन पोस्ट ने ये इत्तिला दी है।
ओबामा नज्मो नस्क़ के सीनियर ओहदादार ने ईरानी दावों का हवाला दिया कि तेहरान शाम में जुमला 50,000 मलीशिया जंगजूओं की सरपरस्ती कर रहा है।