ब्रोसेल्ज़ , 25 अप्रैल (ए एफ़ पी) नाटो वुज़राए ख़ारिजा के एक रोज़ा इजलास में शाम के खूँरेज़ तनाज़ा को मर्कज़ी एहमीयत हासिल रही। इस दौरान दमिश्क़ हुकूमत की तरफ़ से कीमीयाई हथियारों का मुबैयना इस्तेमाल खास तौर पर नाटो मुशावरत का अहम पहलू रहा।
कल यहां अमरीकी वज़ीरे ख़ारजा जान कैरी ने पहली मर्तबा गुज़िश्ता रोज़ के इस इजलास में वाशिंगटन की नुमाइंदगी की, जो इन रिपोर्टों की वजह से और भी एहमीयत इख़्तियार कर गया था कि दमिश्क़ हुकूमत ने शामी अपोज़ीशन के ख़िलाफ़ मुबैयना तौर पर कीमीयाई हथियार इस्तेमाल किए हैं।
इजलास के शुरका ने इस बारे में खास तौर पर तशवीश का इज़हार किया कि शाम में ख़ूँरेज़ी के क़ौमी सरहदों से बाहर तक फैल जाने के ख़तरात बढ़ते जा रहे हैं।
इस पर कैरी ने नितिनयाहू के मौक़िफ़ को काबिले फ़हम क़रार देते हुए कहा कि शामी हुकूमत के ख़िलाफ़ इसराईल के इन दावों की भरपूर छानबीन की जानी चाहीए।