शाम केलिए अक़्वाम-ए-मुत्तहदा के ख़ुसूसी एलची कोफ़ी अन्नान ने स्कियोरटी कौंसल से कहा है कि 12 अप्रैल को होने वाली जंग बंदी के बावजूद भी शाम में नाक़ाबिल-ए-क़बूल हद तक तशद्दुद जारी है।
सिफ़ारत कारों के मुताबिक़ कौंसल से बात करते हुए उन्हों ने कहा कि शाम के शहरों से अक़्वाम-ए-मुत्तहदा के मैना कारों के जाने के बाद होने वाला तशद्दुद तशवीशनाक है। कोफ़ी अन्नान का कहना था कि शाम की मजमूई सूरत-ए-हाल आलमी बिरादरी की तवक़् तौकात के बिल्कुल बरअक्स है।
उन्हों ने कहा कि हुमा मैं मुज़ाहिरीन पर जो फायरिंग की इत्तिला है अगर वो दरुस्त है तो ये नाक़ाबिल-ए-क़बूल होगा। कारकुनों के मुताबिक़ पैर के रोज़ तशद्दुद के वाक़ियात में 70 अफ़राद हलाक हुए हैं जिन में से ज़्यादा तर हलाकतें हुमा शहर में हुई हैं। अक़्वाम-ए-मुत्तहदा शाम में अपने मुआइना कारों की तादाद बढ़ा कर 300 तक करना चाहती है।