शाम में बमबारी से कम अज़ कम 70 अफ़राद हलाक

बैनुल अक़वामी ग़ैर सरकारी तिब्बी इमदादी तंज़ीम “डॉक्टर्स विद आउट बॉर्डर्स” ने बताया है कि शाम के दारुल हुकूमत के क़रीब बाग़ीयों के ज़ेरे तसल्लुत इलाक़े में फ़िज़ाई कार्रवाई और गोला बारी से कम अज़ कम 70 अफ़राद हलाक हो गए हैं।

तंज़ीम ने बताया कि ये वाक़िया जुमा को दमिश्क़ के मज़ाफ़ाती इलाक़े दोमा के एक मसरूफ़ बाज़ार में पेश आया जिसमें कम अज़ कम 550 अफ़राद ज़ख़्मी भी हुए। अपने एक बयान में तंज़ीम ने उसे “इंतिहाई वहशियाना बमबारी” क़रार दिया लेकिन ताहाल उस की ज़िम्मेदारी किसी पर आइद नहीं की।

तंज़ीम के एक तर्जुमान टिम शेंक ने वाइस ऑफ़ अमरीका को बताया कि दोमा का इलाक़ा सालों से शामी फ़ोर्सेस की बमबारी की ज़द में रहा। हिज़्बे मुखालिफ़ के जंगजूओं का यहां तवातर से शामी फ़ौजीयों के साथ गोला बारी का तबादला होता रहा है।