बाग़ीयों और सरकारी अफ़्वाज के दरमयान ईद-उल-अज़हा के मौक़ा पर जंग बंदी के नफ़ाज़ के बावजूद पूरे मुल्क में 150 से ज़्यादा अफ़राद को झड़पों के दौरान हलाक करदिया गया।
चार रोज़ा मशरूत जंग बंदी, सदर बशारुल असद की हुकूमत और बाग़ीयो की आज़ाद शामी फ़ौज के दरमयान ईद-उल-अज़हा के मौक़ा पर तए पाई थी लेकिन मुल्क गीर सतह पर झड़पों, बम धमाकों और शलबारी से ये जंग बंदी अमलन नाकाम होगई।
दमिशक़ में तशद्दुद जारी है । शहर गोता में फ़ौज ने दबाबों के ज़रीया बाग़ीयों के ज़ेर-ए-क़ब्ज़ा हुर्रा सत्ता, ज़िम्मा लुका और दोमा पर शलबारी की।
दो अफ़राद बशमोल एक बच्चा शहर दारा में फायरिंग से हलाक हो गए। इंसानी हुक़ूक़ निगरान कार तंज़ीम के बमूजिब कल 146 और आज ताहाल 15 अफ़राद हलाक करदिए गए।