बेरूत 17 नवंबर (ए पी) सदर शाम बशारालासद पर अंदरून-ए-मलिक और ग़ैरमुल्की दबाव् बढ़ता जा रहा है। फ़्रांस ने दमिशक़ से अपना सफ़ीर वापिस बुला लिया है। दूसरी तरफ़ मुनहरिफ़ फ़ौजीयों ने एक हमला में 8 सिपाहीयों को हलाक कर दिया।
फ़्रांस के सफ़ीर एरिक शैव लीवर को सिफ़ारती मशनस पर हमलों और गुज़शता 8 माह से जारी तशद्दुद के पेशे नज़र अपने मुल़्क वापिस आ जाने की हिदायत दी गई है। बशारालासद के हामीयों ने फ़्रांस, अमरीका और दीगर ममालिक के सिफ़ारतख़ानों पर हिला बोल दिया था। वज़ीर-ए-ख़ारजा अलाएन जोपे ने कहा कि मौजूदा हुकूमत के ख़िलाफ़ फंदा कसता जा रहा है।
उन्हें यक़ीन है कि मलिक के अवाम अपनी लड़ाई जारी रखेंगी। इस के साथ साथ उन्हें फ़्रांस की हर मुम्किन मदद बरक़रार रहेगी। उन्हों ने पार्लीमैंट के ऐवान-ए-ज़ेरीं को ये बात बताई। फ़्रांस ने ये इक़दाम ऐसे वक़्त किया जबकि अरब लीग ने मराक़िश में इजलास तलब किया है, जहां 22 रुकनी ग्रुप तवक़्क़ो है कि दमिशक़ को रस्मी तौर पर मुअत्तल कर देगा।
हुकूमत फ़्रांस के तर्जुमान वीलीर पकरीसी ने कहा कि पैरिस मुल्क शाम में अप्पोज़ीशन ग्रुपस के साथ मिल कर काम कररहा है ताकि बशारालासद हुकूमत का सयासी मुतबादिल तैय्यार किया जा सकी। बशारालासद को इक़तिदार विरसा में हासिल हुआ और वो 11 साल से हुक्मरानी कर रहे हैं।
इन के ख़िलाफ़ अवाम बग़ावत पर उतर आए हैं और जमहूरीयत के लिए उठने वाली आवाज़ को ताक़त के ज़रीया कुचलने की कोशिश की जा रही है।