अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल के पाँच मुस्तक़िल अराकीन शाम से मुताल्लिक़ क़रारदाद के मुसव्वदे पर मुत्तफ़िक़ हो गए हैं। इस क़रारदाद का मक़सद शामी हुकूमत को कीमीयाई हथियार तल्फ़ करने का पाबंद बनाना है।
अमरीका ने जुमेरात को सलामती कौंसिल के पाँच मुस्तक़िल अराकीन की जानिब से शाम से मुताल्लिक़ क़रारदाद के मुसव्वदे पर इत्तिफ़ाक़ को तारीख़ी क़रार दिया है। तवील बहस के बाद सलामती कौंसिल के पांचों मुस्तक़िल अराकीन शाम के कीमीयाई हथियारों की तल्फ़ी से मुताल्लिक़ क़रारदाद के मुसव्वदे पर मुत्तफ़िक़ हो गए। सलामती कौंसिल के ये पाँच मुस्तक़िल अरकान अमरीका, बर्तानिया, रूस, चीन और फ़्रांस हैं।
रूस और अमरीका के दरमयान इस क़रारदाद के मुसव्वदे पर वाज़ेह इख़तिलाफ़ पाया जा रहा था। एक सीनियर अमरीकी ओहदेदार ने क़रारदाद पर तबसरा करते हुए कहा: ये ऐसी पेशरफ़्तहै जो तवील सिफ़ारतकारी के बाद मुम्किन हुई है। क़ब्लअज़ीं असद हुकूमत अपने कीमीयाई हथियारों की मुकम्मल तफ़सीलात अक़वामे मुत्तहिदा के सामने रखने पर आमादगी ज़ाहिर कर चुकी है।