शाम से रात तक में बदल गई तस्वीर, सरबजित नही सुरजित सिंह‌

नई दिल्ली/इस्लामाबाद । शाम करीब पांच बजे पाकिस्तानी मीडिया का हवाला देते हुए भारतीय टीवी चैनल्स ने ब्रेकिंग न्यूज दी की पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने सरबजीत की रिहाई पर मोहर लगा दी है। उन्होंने सरबजीत की मौत की सजा को उम्रकैद में तब्दील करके उनकी रिहाई का रास्ता साफ कर दिया है।

खबर के आते ही आनन-फानन में सरबजीत के घरवालों में खुशी का माहौल पैदा होगया। खान्दान वालों ने यही कहा कि उन्हें मीडिया से ही ये खबर‌ मिली है। पाकिस्तान के सिनियर रीपोर्टरों ने भी खबर की वजाहत‌ की। पाकिस्तान में इंसानी हुकुक कमिशन‌ के अधिकारियों, खासतौर पर अहसान बर्नी ने खबर को दुरुस्त बताया। पाकिस्तानी सरकार या भारतीय सरकार की तरफ‌ से हालांकि इस बीच कोई बयान‌ नहीं आया था। और फिर कुछ घंटे बाद रात में पाकिस्तानी सरकार ने बयान जारी करके सारे अरमान ठंडे करके शक और कयासों की आग भड़का दी।
पाकिस्तानी राष्ट्रपति के तरजुमान फर्हतुल्लाह बाबर ने मंगलवार रात को वाजेह‌ किया कि सरबजीत नहीं बल्कि एक और‌ भारतीय कैदी सुरजीत सिंह को रिहा किया जाएगा। जियो न्यूज के मुताबिक बाबर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस संबंध में कुछ गलत फहमी हुई है। सबसे पहले तो ये कि ये माफी का मामला नहीं है। सबसे अहम‌ बात ये है कि ये सरबजीत नहीं है। ये सुचा सिंह का बेटा सुरजीत सिंह है।

साल‌ 1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की सलाह पर राष्ट्रपति ने उनकी मौत की सजा कम कर उम्रकैद कर दी थी, जो खत्म हो गई है।’ बाबर ने बताया कि कानून मंत्री फारुक नेक ने मंगलवार को गृह मंत्री को बताया कि सुरजीत ने अपनी उम्रकैद की सजा पूरी कर ली है और उसे रिहा करके भारत भेज दिया जाना चाहिए। बाबर ने ये भी कहा कि समूचे मामले को राष्ट्रपति से जोड़कर देखना गलत होगा।