शाम होते ही लड़कों को कैद कर दो, ‘रेप’ रूक जाएंगे: महिमा चौधरी

मुजफ्फरनगर, 02 अप्रैल: पंचायतों के फरमान बेतुके हैं। बंदिशें लड़कियों पर नहीं लड़कों पर लगनी चाहिए। शाम छह बजे के बाद लड़कों को घर में बंद कर देना चाहिए, तभी ख्वातीन पर हो रहे ज़ुल्म रुकेंगे। यह जज्बात खाप के गढ़ में मशहूर अदाकारा महिमा चौधरी के हैं।

पीर के दिनबागपत के बड़ौत में जमीन का बैनामा कराने के बाद महिमा अपने वालिद सुरेंद्र सिंह के साथ सुजडू में प्रोड्यूसर सुजा राना के घर पहुंचीं। मीडिया से मुखातिब अदाकारा ने वेस्ट यूपी की खाप पंचायतों के लड़कियों को लेकर सुनाए गए फरमानों पर तल्खी जाहिर की। महिमा यहां तक कह गईं कि लड़कों की नजर और अक्ल बिगड़ी हुई है।

बेटियों पर पाबंदी लगाने वाले लोगों को शाम छह बजे के बाद लड़कों को घरों में बंद कर देना चाहिए। न ख्वातीन से वारदात होगी और न ही नशें में गोलियां चलेंगी। बेटा-बेटी की परवरिश में सोच को बदले बिना औरत को इज़्ज़त नहीं मिलेगी। घर में आखिर पहले मर्द ही क्यों खाना खाता है, यह हक रसोई में घुटने वाली ख्वातीन का नहीं हो सकता। लड़कियों को घरों में कैद करने और ढकने के बजाए खानदान वालो को उन पर भरोसा करना चाहिए।

महिमा ने कहा कि नेकदिल संजय दत्त ने सुप्रीम कोर्ट के हुक्म को कुबूल कर बड़प्पन दिखाया है। अनजाने में घर में हथियार रखकर उनसे भूल हुई, क्योंकि कड़े कानून से वह अंजान थे। एक तरफ संजू हैं, तो दूसरी ओर देशभर में बिना लाइसेंस के लोग हथियार लिए घूमते हैं। संजू की सजा पर बॉलीवुड गमगीन है।