शाम (Syria) के अवाम पर मौत का साया

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा , ३० सितंबर : ( ए पी ) : सऊदी अरब के नायब वज़ीर ए ख़ारिजा ( विदेश मंत्री) अबदुल अज़ीज़ बिन अबदुल्लाह ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल के इजलास ( सभा) से ख़िताब करते हुए कहा कि शाम ( Syria) की ख़ानाजंगी (गृह् युद्व) पर अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की ना अहलीयत के बाइस ( कारण/ सबब) अवाम रोज़ाना मौत के मुंह में पहूँच रहे हैं ।

सलामती कौंसल की अदम कारकर्दगी ने बशर अल असद हुकूमत को अपने ही अवाम पर हमले करने की हरी झंडी दिखाई है । अबदुल अज़ीज़ बिन अबदुल्लाह ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा जनरल असेंबली के 67 वें सेशन से ख़िताब करते हुए कहा कि बशर अल असद हुकूमत अपने मक़ासिद के बरअक्स ( विपरीत) काम कर रही है ।

ये हुकूमत शहरियों को हलाक करने के लिये असरी हथियारों को इस्तेमाल करते हुए तबाही मचा रही है । अपोज़ीशन ग्रुप का कहना है कि गुज़शता 18 माह से जारी अवामी तहरीक ( आंदोलन) के दौरान ज़ाइद अज़ 30 हज़ार अफ़राद ( लोग) हलाक हुए हैं ।

मिस्र ने इस लड़ाई को ख़त्म करने के लिये तुर्की और इरान से मिल कर सऊदी अरब की मुसालहत (समझौता) में कोई राह निकालने की कोशिश की है । अब तक सऊदी अरब ने इस मसले पर अपनी जानिब से हर मुम्किना कोशिश की है । सिक्योरिटी कौंसल में शाम ( Syria) पर तहदेदात ( प्रतिबंध) नाफ़िज़ ( लागू) करने के लिये क़रारदार मंज़ूर करने तीन मर्तबा की गई कोशिशों पर रुकावट डाली गई है ।

रूस और चीन ने मिल कर शाम ( Syria) के ख़िलाफ़ क़रारदाद मंज़ूर करने से मना किया है । अबदुल अज़ीज़ बिन अबदुल्लाह ने कहा कि हमें अफ़सोस है कि बशर अल असद हुकूमत इंसानी जानों के इत्तिलाफ़ वाले इक़दामात करते हुए सूरत-ए-हाल को अबतर बना रही है ।

सलामती कौंसल की ज़िम्मेदारी है कि वो अमन-ओ-सलामती को यक़ीनी बनाए लेकिन शाम के बोहरान ( संकट) से मुताल्लिक़ इस ने अब तक कोई फैसला नहीं किया । इस ने ख़ूँरेज़ी को रोकने के लिये भी कोई क़दम नहीं उठाया । इस वजह से बशर अल असद हुकूमत को खुली छूट मिली कि वो अपने ही अवाम के ख़िलाफ़ घिनौने जुर्म का इर्तिकाब (बुरे काम की शुरूआत) करे ।

अबदुल अज़ीज़ बिन अबदुल्लाह ने शाम के अमन क़ासिद लगदार ब्राह्मी की हिमायत करने सलामती कौंसल पर ज़ोर दिया और कहा कि इन के पेशरू कोफ़ी अन्नान के 6 नकाती मंसूबे की नाकामी से हट कर कार्रवाई करने की ज़रूरत है ।।