नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने आज फ़िल्मी अदाकारों शाहरुख ख़ां और सलमान ख़ान के ख़िलाफ़ फ़ौजदारी शिकायत पर पुलिस को कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने की हिदायत दी है जिन्होंने एक रियालिटी शो के लिए शूटिंग के दौरान एक मंदिर नुमा सेट में जूतों के साथ दाख़िल हो कर मज़हबी जज़बात मजरूह किए हैं।
ऐडिशनल चीफ़ मेट्रो पॉलिटन मजिस्ट्रेट वी के गौतम ने स्टेशन हाउज़ ऑफीसर , रूप नगर पुलिस स्टेशन दिल्ली को हिदायत दी है कि 12 फ़रवरी तक मज़कूरा शिकायत पर की गई कार्रवाई रिपोर्ट दाख़िल करें और ये वज़ाहत करें कि ऐडवोकेट गुरू गुलाटी की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। अदालत में समात के दौरान शिकायत कुनुंदों के वकील ने इल्ज़ाम आइद किया कि दोनों सुपर स्टार्स के इख़तियार करदा तर्ज़-ए-अमल से मज़हबी जज़बात मजरूह हुए हैं और ग़ैर शाइस्ता तर्ज़-ए-अमल का मुज़ाहरा ऐसे वक़्त किया गया है जबकि मुल्क में अदम तहम्मुल पर बेहस जारी है।
शाहरुख ख़ां और सलमान ख़ां ने अदम तहम्मुल पर बरसर-ए-आम तबादला-ए-ख़्याल किया है लेकिन उन्होंने ख़ुद अदाकारों मंदिर में जूते पहन कर दाख़िल हो कर अदम रवादारी साबित की है हत्ता कि उन्होंने अपनी पीठ देवी काली को दिखाने की जुर्रत की है। ये कोई इत्तेफ़ाक़ नहीं था बल्कि उम्दन किया गया है।
गुलाटी के वकील विक्रम सिंह सावनी ने अदालत में ये इस्तिदलाल पेश किया और ये दरख़ास्त की कि अदाकार और कलर्स चैनल रियालेटी शो बिग बॉस के डायरेक्टर और प्रोडयूसर के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करने पुलिस को हिदायत दी। ऐडवोकेट ने बताया कि दोनों अदाकार समाज में एक मुनफ़रद मुक़ाम रखते हैं लिहाज़ा नई नसल के लिए उन्हें रोल मॉडल होना चाहिए। इस मौक़े पर शूटिंग की एक सीडी भी हवाले की गई जिसमें मंदिर नुमा सेट में जूते पहन कर शूटिंग करते हुए दिखाया गया है|