नई दिल्ली : हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने जो ट्वीट किया है कई लोगों को फिल्मों पर राजनीति करने की उनकी कोशिश लग सकता है| उन्होंने ऋतिक रोशन की फिल्म काबिल को शाहरुख खान की फिल्म रईस के खिलाफ को खड़ा किया| ट्विटर पर अपने समर्थकों से अप्रत्यक्ष तौर पर शब्दों से खेलते हुए कहा कि काबिल का साथ दो, रईस मत देखना| ऐसा पहली बार है कि इस तरह दो फिल्मों पर भाजपा में महासचिव स्तर का कोई नेता टिप्पणी कर रहा है|
कैलाश विजयवर्गीय की शाहरुख खान पर एकतरफा निशाना साधना एक सोची-समझी रणनीति है या पब्लिसिटी स्टंट | बीजेपी में सोशल मीडिया का काम देखने वाले एक नेता के मुताबिक सोशल मीडिया इस वक्त बंटा हुआ है और उस पर भाजपा समर्थक भारी संख्या में हैं| अपनी फेसबुक पोस्ट और ट्वीट्स से कैलाश विजयवर्गीय सरीखे नेता पार्टी की उस लाइन बताने की कोशिश करते हैं जो आधिकारिक नहीं होती| सोशल मीडिया पर भाजपा के कट्टर समर्थक उसके आधार पर कैंपेन चलाते हैं| इस बात का पता इससे भी चलता है कि कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेताओं के बयान को पार्टी बंद भी नहीं कराती है और औपचारिक तौर पर अपनाती भी नहीं है |
शाहरुख खान इससे पहले भी भाजपा समर्थकों के निशाने पर रहे हैं| उनकी पिछली फिल्म ‘दिलवाले’ भी कोई खास कारोबार नहीं कर सकी | उन्होंने एक इंटरव्यू में इस बारे में कहा कि उनकी फिल्म को उनके अहिष्णुता पर दिए उनके बयान का खामियाज़ा उठाना पड़ा|
इस बार अपनी नई फिल्म ‘रईस’ की रिलीज़ से पहले शाहरुख ने सावधानी बरती | उन्होंने फिल्म की पाकिस्तानी हीरोइन माहिरा खान को प्रमोशन के लिए भारत नहीं बुलाया| राज ठाकरे से मुलाकात की और भविष्य में किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम न करने का वादा भी किया | लेकिन एक बार फिर उनकी फ़िल्म सोशल मीडिया पर बीजेपी समर्थकों के निशाने पर है |
मुंबई के एक भाजपा नेता के मुताबिक भाजपा में ज्यादातर नेता उन्हें राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा का बेहद करीबी मानते हैं|
शाहरुख से ज्यादा समझदार आमिर खान निकले| असहिष्णुता पर अपने बयान दिए जाने के बाद हुए विरोध के आमिर खान ने सीधे फड़णवीस से संपर्क किया| फड़णवीस के बुलावे पर हर सरकारी कार्यक्रम में भी शामिल होते रहे| सरकार के किसानों से जुड़े अभियान में बढ़-चढ़कर शामिल हुए| इसके अलावा आमिर नोटबंदी के दौरान आमिर बिलकुल खामोश रहे| उन्होंने प्रधानमंत्री की योजना बेटी बचाओ बेटी पढाओ दंगल के प्रमोशन के वक्त का जमकर प्रचार किया| अब भाजपा आमिर की इन कोशिशों से उनके बारे में कम से कम नकारात्मक सोच नहीं रखती है|
सलमान खान सबसे ज़्यादा लकी हैं | भाजपा नेताओं की राय उनके बारे में काफी सकारात्मक है| इसकी वजह सलमान खान के पिता सलीम खान हैं| सलीम खान जरूरत पड़ने पर भाजपा और खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में कई बयान देते रहे| सलमान के आर्म्स एक्ट वाले मामले में बरी होने का कांग्रेस ने विरोध किया| इसलिए बीजेपी समर्थकों को लगा कि वे बीजेपी के करीब हैं| लेकिन सलमान के बारे में कहा जाता है कि शाहरुख और आमिर फिर भी कुछ सियासी बातें कर लेते हैं| लेकिन सलमान सियासत के बारे में कभी बात नहीं करते हैं | वह ऐसे हैं अगर किसी दिन प्रचार के लिए कांग्रेस के किसी जिगरी दोस्त ने बुलाया तो वो वहां भी चले जाएंगे|
भाजपा के एक सूत्र ने मुताबिक़ कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीट से भाजपा नेतृत्व को कोई परेशानी नहीं है | लेकिन वह प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल विजयवर्गीय द्वारा शाहरुख खान के खिलाफ अभियान चलाने के लिएकिये जाने से नाराज़ है | उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर को राहुल गांधी की तस्वीर के साथ इस ट्वीट में लगाया है|
और हमारे भारत के #Kaabil, किसी भी परदेस के #Raees से, हर हाल में बेहतर हैं।#IndiaFirst 🇮🇳 pic.twitter.com/k69hfOeoLA
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) January 24, 2017