शाहिद आली को दहशतगर्दी से जोड़ना जम्हूरियत के लिए खतरा

काबीना वजीर शाहिद आली खान को दहशतगर्दी से जोड़ना जम्हूरियत के लिए खतरा की अलामत है। एसएसबी के जरिये जो खेल खेलने की कोशिश की गयी है वो सेकुलरिज़्म को तबाह करने वाली है। अफसोश का मुकाम ये है की जांच एजेंसियां अपनी नाकाम को छुपाने के लिए किसी भी मुस्लिम नौजवानों को फ़ौरन दहशतगर्दी से जोड़ कर जब सबूत पेश करने की कोशिश करती है जो इंतेहाई मायूसकुन लम्हा है।

मजकुरह बातें मशहूर समाजी कारकुन सैयद आबुदो जाना ने कहीं। उन्होने कहा के शाहिद आली खान ने सिर्फ बिहार के काबीना वजीर हैं बल्कि इस रियासत के एक ब वकार शख्सियत के मालिक हैं और उन्हें निशाना बनाकर आरएसएस ने जो खेल खेला है इस नाकाम बनाने के लिए रियासत का अक्लियती तबका आपस में मुत्तहिद हो चुका है।

उन्होने कहा के वजीरे आला नीतीश कुमार और आरजेडी सरबराह लालू प्रसाद यादव ने शाहिद आली खान की हिमायत करके फिरका परस्त अनासिर के चेहरे पर ज़ोरदार तमाँचा रशीद किया है। पार्लियामनी इंतिख़ाब के पेशे नज़र मुसलमानों को ज़ेहनी तौर पर परेशान करने के लिए इस तरह की चीजें की जा रही है जिसकी मुखालिफत की जानी चाहिए।