शाहीननगर की स्नेक गैंग के आठ लोग जुर्म के मुर्तक़िब

हैदराबाद 11 मई: शहर की एक अदालत ने बदनाम-ए-ज़माना टोली स्नेक गैंग के आठ लोगें को जुलाई 2014 में एक नौजवान लड़की का लिबास उतारते हुए ब्रहना करने और डकैती दुसरे कई फ़ौजदारी जराइम के इर्तिकाब पर मुजरिम क़रार दी है।

कलीदी मुजरिम और टोली का सरग़ना फ़ैसल दयानी अपनी टोली के दुसरे छः अरकान के साथ लोगों को साँपों से डराया धमकाया करता था। इन तमाम को हिन्दुस्तानी ताज़ीरी ज़ाबता की दफ़ा 452 (किसी के घर ग़ैर मजाज़ दाख़िला) , 395 (डकैती) , 506 (डराने धमकाने की मुजरिमाना कोशिश) और 354 (किसी ख़ातून को ब्रहना करने के इरादे से ताक़त का मुजरिमाना इस्तेमाल और हमला) के तहत मुजरिम क़रार दिया गया है।

आठवीं मुल्ज़िम को हिन्दुस्तानी ताज़ीरी दफ़ा 411 (बददियानती के साथ मस्रूक़ा माल की वसूली) का मुजरिम क़रार दिया गया। नौवीं मुल्ज़िम के ख़िलाफ़ भी इसी दफ़ा के तहत मुक़द्दमा दर्ज किया गया था लेकिन सबूत की अदम दस्तयाबी के सबब मंसूबा इल्ज़ाम से बरी कर दिया गया।

अवामी इस्तिग़ासा देवा राजू गौड़ ने कहा कि रंगा रेड्डी की ज़िलई अदालत कल इन मुजरिमीन की सज़ाओं का एलान करेगी। गौड़ ने कहा कि सात मुजरिमीन जिनके ख़िलाफ़ इजतिमाई इस्मत रेज़ि का मुक़द्दमा भी दर्ज किया गया था, इस इल्ज़ाम से बरी कर दिया गया। वाज़िह रहे कि अगसट 2014 में पहाड़ी शरीफ़ पुलिस ने बदनाम-ए-ज़माना स्नेक गैंग के अरकान को गिरफ़्तार किया था जिनमें उस का सरग़ना फ़ैसल दयानी भी शामिल था।
जिनके ख़िलाफ़ एक 18 साला लड़की ने इल्ज़ाम आइद किया था कि उन्हों ने 31 जुलाई 2014 को शाहीननगर के एक फ़ार्म हाउज़ में इस पर मुबय्यना जिन्सी हमला किया था।

पुलिस ने कहा था कि इस टोली के अरकान डकैती के लिए इस फ़ार्म हाउज़ में दाख़िल हुए थे जहां मौजूद लड़की पर साँप छोड़कर उस को डराते हुए कपड़े उतारने पर मजबूर किया था और बादअज़ां उस (लड़की) के मंगेतर की मौजूदगी में मुबय्यना तौर पर इस्मत रेज़ि की थी। ताहम मुल्ज़िमीन के ख़िलाफ़ आइद इजतिमाई इस्मत रेज़ि का इल्ज़ाम साबित नहीं हो सका क्युं कि मुतास्सिरा लड़की ने अदालत में इस इल्ज़ाम का तज़किरा नहीं किया। देवा राजू गौड़ ने ये तफ़सीलात बताते हुए कहा कि जिन दफ़आत के तहत मुल्ज़िमीन को मुजरिम क़रार दिया गया है, उनके मुताबिक़ 10 साल की क़ैद या ज़्यादा से ज़्यादा उम्र क़ैद हो सकती है।

हमने ज़्यादा से ज़्यादा सज़ा देने की दरख़ास्त की है। स्नेक गैंग के अरकान मुबय्यना तौर पर ख़वातीन को जिन्सी हमलों का निशाना बनाने के लिए अपने पास मौजूद साँपों से डराया धमकाया करते थे।