हैदराबाद सऊदी अरब के फ़रमांरवा शाह अबदुल्लाह बिन अबदुलअज़ीज़ का सानिहा इर्तिहाल आलिम इस्लाम के लिए अज़ीम नुक़्सान है। उन्होंने बिलख़सूस हुज्जाज किराम की जो ख़िदमत की है वो काबिल-ए-सिताइश है।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना मुहम्मद महमूद अली ने इंडिया। अरब फ्रेंडशिप फ़ाउंडेशन के ज़ेरे एहतेमाम सालारजंग म्यूज़ीयम में मुनाक़िदा ताज़ियती जलसे से ख़िताब करते हुए शाह अबदुल्लाह को भरपूर ख़िराजे अक़ीदत पेश किया।
उन्होंने हिंदुस्तान और सऊदी अरब के माबैन दोस्ताना रवाबित का तज़किरा किया। मुहम्मद महमूद अली ने कहा कि माज़ी में हुज़ूर निज़ाम ने सऊदी अरब की काफ़ी मदद की थी और मुक़द्दस शहरों मक्का मुकर्रमा और मदीना मुनव्वरा में बर्क़ी का इंतेज़ाम किया था।
उन्होंने कहा कि आज भी बारकस अरब बाशिंदों का इलाक़ा है। सऊदी अरब में तेल की दरयाफ़त के बाद तेज़ी से तरक़्क़ी देखी गई और मुल्क को ख़ुशहाल-ओ-तरक़्क़ी याफ़ता बनाने में फ़र्मांरवाओं ने ग़ैरमामूली रोल अदा किया। साबिक़ रियासती वज़ीर आसिफ़ पाशाह ने जलसे की सदारत की।
इस मौके पर मुहम्मद अली शब्बीर डिप्टी फ़्लोर लीडर कौंसिल, आमिर अली ख़ां न्यूज़ एडीटर रोज़नामा सियासत मौलाना क़बूल पाशाह मसटरवी हनुमंत राव रुकन राज्य सभा,स्वामी गौड़ सदर नशीन क़ानूनसाज़ कौंसिल और दुसरे मौजूद थे।
मुहम्मद महमूद अली ने बताया कि हैदराबाद में सऊदी क़ौंसिल ख़ाना के क़ियाम के लिए हुकूमत इक़दामात कररही है। उन्होंने सऊदी अरब को तेलंगाना में सरमाया कारी का मश्वरह दिया।
आमिर अली ख़ां न्यूज़ एडीटर सियासत ने शाह अबदुल्लाह की ख़िदमात को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करते हुए कहा कि वो जिस मुलक के हुकमरान थे और वहां की सरज़मीन इस मुल्क का हर मुस्लमान के दिल में ख़ुसूसी मुक़ाम है।
उन्होंने कहा कि शाह अबदुल्लाह ने अपने दौरे इक्तदार में कई इन्क़िलाबी-ओ-तरक़्क़ीयाती काम अंजाम दिए जो नाक़ाबिल फ़रामोश हैं। हरमैन शरीफ़ैन की तौसीअ इन का ग़ैरमामूली कारनामा है, इस के अलावा तालीम और बिलख़सूस लड़कीयों को असरी तालीम से आरास्ता करने के अलावा उन्होंने मुल्क की मईशत को मुस्तहकम करने के लिए इस्लाहात लाए थे।
मुहम्मद अली शब्बीर ने इस मौके पर ख़िताब करते हुए कहा कि हिंदुस्तान और सऊदी अरब के बाहमी रवाबित हमेशा ख़ुशगवार रहे। 2006 यौमे जमहूरीया तक़रीब में इस वक़्त की कांग्रेस ज़ेरे क़ियादत यू पी ए हुकूमत ने शाह अबदुल्लाह को मेहमाने ख़ुसूसी के तौर पर मदऊ किया था।
साबिक़ वज़ीरे आज़म मनमोहन सिंह ने प्रोटोकोल को नजरअंदाज़ करते हुए एयरपोर्ट पहुंच कर शाह अबदुल्लाह का इस्तिक़बाल किया था। उन्होंने शाह अबदुल्लाह को ख़िराजे अक़ीदत पेश करते हुए कहा कि मसलकी इख़तेलाफ़ात से बालातर होकर उन्होंने आलमे इस्लाम की तरक़्क़ी के लिए काम किया। सदर नशीन क़ानून साज़ कौंसिल स्वामी गौड़, मौलाना रहीमुद्दीन अंसारी, टी आर एस रुकने पार्लियामेंट जितेन्द्र रेड्डी, प्रोफेसर सत्य नारायना, प्रोफेसर इक़बाल ने भी इस मौके पर ख़िताब किया।
सदर इंडिया। अरब फ्रेंडशिप फ़ाउंडेशन जब्बार पटेल ने ख़ैरमक़दमी ख़िताब किया। ज़िया इर्फ़ान हुसामी ने निज़ामत के फ़राइज़ अंजाम दिए। इस मौके पर शाह अबदुल्लाह को खिराज पेश करते हुए दो मिनट की ख़ामोशी मनाई गई। मौलाना क़बूल पाशाह ने दुआ की।