नई दिल्ली। महाराष्ट्र के शनि शिंंगणापुर मंदिर में औरतों के एंट्री को लेकर मचे घमासान के बीच योगगुरू बाबा रामदेव ने औरतों की जज़्बातों का ख्याल रखे जाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि किसी मज़हब में जिन्सी बुन्याद पर भेदभाव नहीं किया जा सकता, यह औरतों की जज़्बात के खिलाफ है। क्या है मामला बता दें कि अहमदनगर जिला वाक़े शनि शिंंगणापुर मंदिर में औरतों की एंट्री पर पाबंदी है। यह परेक्टिस पिछले करीब 400 सालों से चली आ रही है, जिसका कई महिला तंज़ीम अक्सर एहतजाज करते रहे हैं।
हाल ही छिड़े तंजीमों के मुज़ाहरा और मंदिर मोहकमा के ज़रिये उन्हें रोकने के दौरान झड़प हुईं। जिसमें पुलिस ने महिला कारकुनों को काबू में करने के लिए ताक़त का इस्तेमाल भी किया। जहां मंदिर पीठाधीशों और मोहकमा मंदिर के हामला औरतों का दाखला नहीं चाहते वहीं दूसरी ओर महिला ब्रिगेड यह भेदभाव खत्म करने की मांग पर अड़ी हैं। इस मामले में सियासत का मदाखलत भी हुआ है तो कई बड़ी हस्तियों के बयान भी सामने आ चुके हैं। इसी मामले में रामदेव का कहना है कि महिलाओं का एंट्री जिन्सी बुन्याद पर नजरअंदाज न किया जाए। यह भावना के खिलाफ है, यह गलत है। महिलाओं की भूमाता ब्रिगेड इस रिवायत को भेदभाव करार देते हुए खत्म करने की मांग कर रही है।