कटक, 23 फरवरी: ( पी टी आई) आर एस एस के सरबराह मोहन भागवत ने मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे के हिंदू दहशतगर्द तब्सिरा पर इज़हार-ए-अफ़सोस को आइन्दा इंतेख़ाबात के पेशे नज़र रायदहिंदों ( मतदाताओं) के मख़सूस तबक़ा की ख़ुशामद की कोशिश क़रार दिया ।
वो शिंदे को माफ़ करने के मूड में नहीं नज़र आ रहे थे । उन्होंने कहा कि पहले तब्सिरा और बादअज़ां इज़हार-ए-अफ़सोस बकवास है । वो सवाल जवाब के एक इजलास में शिरकत कर रहे थे । उन्होंने कहा कि संघ परिवार कभी भी तशद्दुद का क़ाइल नहीं रहा। अगर वज़ारत-ए-दाख़िला के पास बादियुन्नज़र में आर एस एस के किसी तशद्दुद में मुलव्वस होने का मामूली सा सुबूत भी हो तो उन्हें बयान देने के बजाय आर एस एस के ख़िलाफ़ मौज़ूं क़ानूनी कार्रवाई करना चाहिये ।
हिंदूस्तान में इस्मतरेज़ि के वाक़ियात होने और भारत में ना होने के उन के तब्सिरे के बारे में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया था । वो ओडीशा ( उड़ीसा) के 4 रोज़ा दौरा पर हैं और एक जल्सा-ए-आम से ख़िताब करने वाले हैं जिसमें मुक़ामी दानिश्वर भी शिरकत करेंगे । क़ब्लअज़ीं वो आर एस एस के प्रोग्राम में शरीक होंगे |