आर एस एस ने आज मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे को अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि बेक़सूर मुस्लिम नौजवानों को दहश्तगर्दी के मुक़द्दमात में हिरासत में ना लिए जाने को यक़ीनी बनाने के लिए रियास्ती हुकूमतों को तहरीर करदा इन का मकतूब सेकुलरिज्म के उसूल के ख़िलाफ़ है।
मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला के इस मकतूब पर शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार करते हुए आर एस एस के सीनीयर रहनुमा राम माधव ने अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि इन का ये इक़दाम अक़लियतों खस्कर मुसलमानों को ख़ुश करने के मंसूबा का हिस्सा है। राम माधव ने कहा कि किसी जुर्म की तहक़ीक़ात किसी मज़हब की बुनियाद पर नहीं बल्कि हक़ायक़ की बुनियाद पर की जानी चाहीए।